मुनियप्पा ने कहा कि दुनियाभर में लघु और मझोले उद्योगों को आर्थिक विकास का इंजन माना जाता है।
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र भारत की जीडीपी में आठ प्रतिशत का योगदान दे रहा है और करीब 3 . 6 करोड़ उद्योगों में आठ करोड़ लोग अनुमानित रूप से काम कर रहे हैं।
भाषा
 
                   
                   
                   
                   
                  