SBI ने ऑटो स्वीप की सीमा बढ़ाकर ₹50,000 कर दी है: ग्राहकों के लिए इसका क्या मतलब है?India’s Retail Inflation: अगस्त में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 2.07% पर, खाने-पीने की कीमतों में तेजी से बढ़ा दबावBank vs Fintech: कहां मिलेगा सस्ता और आसान क्विक लोन? समझें पूरा नफा-नुकसानचीनी कर्मचारियों की वापसी के बावजूद भारत में Foxconn के कामकाज पर नहीं होगा बड़ा असरGST कट के बाद दौड़ेगा ये लॉजि​स्टिक स्टॉक! मोतीलाल ओसवाल ने 29% अपसाइड के लिए दी BUY की सलाह₹30,000 करोड़ का बड़ा ऑर्डर! Realty Stock पर निवेशक टूट पड़े, 4.5% उछला शेयरG-7 पर ट्रंप बना रहे दबाव, रूसी तेल खरीद को लेकर भारत-चीन पर लगाए ज्यादा टैरिफ10 मिनट डिलीवरी में क्या Amazon दे पाएगी Blinkit, Swiggy को टक्कर? जानें ब्रोकरेज की रायसी पी राधाकृष्णन ने भारत के 15वें उपराष्ट्रपति के तौर पर ली शपथSBI, Canara Bank समेत इन 5 स्टॉक्स में दिखा ब्रेकआउट! 24% तक मिल सकता है रिटर्न
अन्य समाचार नक्सली कर रहे हैं बेहतर तकनीक का इस्तेमाल
'

नक्सली कर रहे हैं बेहतर तकनीक का इस्तेमाल

PTI

- September,13 2013 7:23 PM IST

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित राजनांदगांव और बस्तर जिले के जंगलों से सुरक्षा बल के जवानों ने दो वर्ष के दौरान जीपीएस, चीन निर्मित दूरबीन और अन्य सामान बरामद किया है।

राज्य के नक्सल मामलों के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आर के विज ने आज यहां बताया कि राज्य के राजनांदगांव जिले के महाराष्ट्र सीमा से लगे गांवों के जंगल से पुलिस ने लगभग दो वर्ष पहले नक्सलियों द्वार छिपाए हुए डंप पर छापा मारकर भारी मात्रा में नक्सली सामान बरामद किया था।

विज ने बताया के इस दौरान पुलिस ने डंप से स्वचलित हथियारों के साथ ही जीपीएस, चीन निर्मित दूरबीन, क्लेमोर लैंड माइंस और अन्य सामान्य बरामद किया था।

उन्होंने बताया कि नक्सलियों के डंप से बरामद सामानों से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह अपनी ताकत को बढ़ाने के साथ साथ तकनीकी रूप से सक्षम होना चाह रहे हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि नक्सली पुलिस बलोंं से लूटे गए हथियारों और अन्य सामानों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कई अन्य मामलों में नए हथियार और सूचना के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सामान बरामद किए गए हैं।

विज के मुताबिक राज्य के कुछ हिस्सों में अवैधानिक तरीके से हथियारों और अन्य वस्तुओं के आने की भी सूचना मिली है और समय समय पर पुलिस ने ऐसे हथियारों को बरामद किया है। वहीं कुछ समय पहले पुलिस ने नक्सलियों तक हथियार पहुंचाने वाले लोगों को गिरफ्तार किया था। लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस हथियारों के स्रोत तक नहीं पहुंच पाई है।

संबंधित पोस्ट