एमजी मोटर इंडिया ने गुरुवार को कहा, कंपनी को आशंका है कि भारतीय वाहन उद्योग के लिए सेमीकंडक्टर की किल्लत से जुड़ी चिंता साल 2022 की पहली छमाही तक बनी रहेगी।
कंपनी के आला अधिकारी ने कहा कि कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन के क्षेत्र में 20 लाख रुपये से कम की कार पेश कर अपनी मौजूदगी का विस्तार करने जा रही है। 20 लाख रुपये से ऊपर वाले इलेक्ट्रिक वाहन में 90 फीसदी से ज्यादा बाजार हिस्सेदारी एक साल में हासिल करने के बाद यह देखने को मिला है। कंपनी ने जेडएस ईवी पेश किया था। जनवरी-अगस्त के दौरान कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहन के ब्रांड जेडएस ईवी में 78 फीसदी की उछाल दर्ज की और यह 2,033 वाहन पर पहुंच गया।
एमजी मोटर इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी गौरव गुप्ता ने कहा, एमजी एस्टर की बुकिंग अक्टूबर में शुरू हो रही है और इस वाहन के बाद कंपनी का भारत में अगला वाहन 20 लाख रुपये से कम वाला इलेक्ट्रिक वाहन होगा। कंपनी बैटरी असेंबली यूनिट और रिपेयर यूनिट के अलावा देश में चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर की संभावना भी तलाश रही है।
एमजी मोटर इंडिया पहले ही ईचार्ज बेज, डेल्टा और एग्जिकॉम से साझेदारी कर चुकी है, जो ग्राहकों को चार्जिंग का समाधान मुहैया कराने व बैटरी यूजेज सर्विस के लिए है। इसके अतिरिक्त फोर्टम और टाटा पावर जैसी कंपनियों को डीसी फास्ट चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और टीईएस-एएमएम व एटेरो रीसाइक्लिंग (बैटरी रीसाइक्लिंग के लिए) के लिए जोड़ा गया है।
गुप्ता ने कहा कि कंपनी के लिए अहम चिंता में से एक सेमीकंडक्टर का संकट है, जिसकी वजह से कारों की डिलिवरी में देर हो रही है। उन्होंने कहा, सेमीकंडक्टर की किल्लत और हेक्टर जैसे ब्रांडों की मांग के कारण हम डिलिवरी में दो से तीन महीने की प्रतीक्षा अवधि देख रहे हैं। हमें लगता है कि सेमीकंडक्टर की किल्लत अगले कैलेंडर वर्ष की पहली छमाही तक जारी करेगी और उसके बाद आपूर्ति की स्थिति सहज होगी।
