टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक वाहन तकनीक अपनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है। कंपनी के ब्रिटेन में जगुआर लैंड रोवर ब्रांड ने अपने सभी जगुआर मॉडल और प्रत्येक 10 लैंड रोवर में से छह को वर्ष 2030 तक इलेक्ट्रिक इंजन के साथ उतारने का फैसला किया है। कंपनी ‘रीइमैजिन’ रणनीति के तहत डीजल/पेट्रोल इंजन को छोड़कर शून्य उत्सर्जन वाली तकनीक की तरफ आगे बढऩा चाहती है।
जेएलआर के नए मुख्य कार्याधिकारी थियरे बोलोर के नेतृत्व में जेएलआर इलेक्ट्रिक इंजन एवं संबंधित तकनीकों में सालाना करीब 2.5 अरब पौंड (3.5 अरब डॉलर) निवेश करेगी। बोलोर ने सोमवार को अपने पहले सार्वजनिक संबोधन में यह बात कही। लैंड रोवर अपना पहला पूरी तरह इलेक्ट्रिक इंजन से लैस वाहन 2024 में उतारेगी और अगले वर्ष तक सभी जगुआर मॉडल पूरी तरह बैटरी से लैस होंगे। रेनो एसए के पूर्व प्रमुख बोलोर पिछले वर्ष सितंबर में जगुआर लैंड रोवर में आए थे। उन्होंने कहा कि जेएलआर आने वाले कल के लिए दोनों ब्रांडों को एक नया आयाम देगी और ग्राहकों के अनुभव भी बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास करेगी। इस योजना का क्रियान्वयन करने के लिए जेएलआर उत्पादन एवं सेवाओं से जुड़े विभिन्न पहलुओं को आगे बढ़ाने के लिए एक नई केंद्रीकृत टीम का गठन करेगी।
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एक बयान में कहा, ‘रीइमैजिन रणनीति अपना कर जेएलआर टाटा समूह की प्राथमिकताओं और नजरिये के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ेगी। हम साथ मिलकर जगुआर की क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल करेंगे और लैंड रोवर का जलवा दोबारा सबके सामने पेश करेंगे।’ ‘रीइमैजिन’ योजना के तहत टाटा समूह चीजें सरल बनाएगा और अपने विभिन्न प्लेटफॉर्म और हरेक संयंत्र से तैयार होने वाले उत्पादों का एकीकरण करेगा। जेएलआर को लगता है इस रणनीति से उसकी स्थानीय आपूर्ति व्यवस्था में निवेश तेजी से आएगा। जेएलआर वर्ष 2039 तक अपनी आपूर्ति व्यवस्था, उत्पादों एवं परिचालन में शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करना चाहती है। बयान में कहा गया है कि इन सभी उपायों से जेएलआर को दो अंकों में कर एवं ब्याज पूर्व आय हासिल करने और नकदी प्रवाह बढ़ाने में मदद मिलेगी। उत्सर्जन संबंधी कड़े नियम लागू होने के बाद जेएलआर ने इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ कदम बढ़ाने की योजना तैयार की है। वैश्विक कार निर्माताओं फोक्सवैगन एजी से लेकर जगुआर की प्रतिस्पद्र्धी लोटस कार्स आदि ने इलेक्ट्रिक इंजन के साथ आगे बढऩे की योजनाएं तैयार की हैं।