facebookmetapixel
मोतीलाल ओसवाल अल्टरनेट्स ने प्राइवेट क्रेडिट मार्केट में रखा कदम, लाएगा ₹3,000 करोड़ का नया फंडGST तर्कसंगत करने से खपत में जोरदार तेजी, आर्थिक विकास की रफ्तार बनी रहेगी: वित्त मंत्रालय रिपोर्टNew Labour Codes: क्रेच से लेकर वर्क फ्रॉम होम तक, कामकाजी महिलाओं को मिली ढेरों सुविधाएंHome Loan: महिलाओं और सैलरी अकाउंट होल्डर्स के लिए खास! होम लोन पर मिल रही एक्स्ट्रा छूट; जानें बैंक ऑफर्सनवंबर की बिक्री ने किया कमाल! Nifty Auto रिकॉर्ड पर – जानें कौन शेयर सबसे तेज भागेUS टैरिफ से भारतीय निर्यात लड़खड़ाया, गोल्ड इम्पोर्ट ने बढ़ाया व्यापार घाटा; भारत ने बदली स्ट्रैटेजी2026 में हेल्थकेयर सेक्टर में आएगी जबरदस्त तेजी! ब्रोकरेज ने बताए 5 बड़े ट्रेंडUnlisted शेयर का सच: FOMO में मत खरीदें! बड़े नुकसान के असली कारणAadhaar अपडेट के नए नियम लागू, अब इन डॉक्यूमेंट से ही बनेगा आपका आधार कार्डसेंसेक्स–निफ्टी नई ऊंचाई पर: जानें अब कहां लगाएं पैसा और कौन से सेक्टर देंगे तेज रिटर्न

2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी भारत को मिली, 20 साल बाद अहमदाबाद में होगा भव्य आयोजन

ग्लास्गो में राष्ट्रमंडल खेल महासभा ने अहमदाबाद को मेजबान शहर के रूप में औपचारिक मंजूरी दी। यह कॉमनवेल्थ गेम्स का 100वां वर्ष भी होगा।

Last Updated- November 27, 2025 | 8:25 AM IST
Commonwealth Games 2030

भारत 20 साल बाद पुन: राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करेगा। ग्लास्गो में बुधवार को राष्ट्रमंडल खेलों की आम सभा की बैठक में अहमदाबाद को मेजबान के तौर पर औपचारिक मंजूरी मिल गई। भारत ने पिछली बार 2010 में दिल्ली में इन खेलों की मेजबानी की थी। राष्ट्रमंडल खेल बोर्ड ने पिछले महीने मूल्यांकन समिति की देखरेख में प्रक्रिया पूरी करने के बाद भारत को मेजबानी देने की की सिफारिश की थी। अब 74 सदस्यों की आम सभा के लिए इस पर मुहर लगाना महज औपचारिकता रह गई थी।

राष्ट्रमंडल खेल 2030 में अपने सौ साल भी पूरे कर रहे हैं। इस लिहाज से यह सत्र विशेष रहने वाला है। भारत के लिए राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी हासिल करना इसलिए भी महत्त्वपूर्ण है क्योंकि देश 2036 में होने वाले ओलंपिक खेलों की मेजबानी हासिल करने की दौड़ में है और अहमदाबाद को ही मेजबान शहर के रूप में पेश किया गया है।

भारत ने 2010 के राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी पर लगभग 70,000 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जबकि शुरुआती अनुमान 1600 करोड़ रुपये खर्च होने का था। चार साल में एक बार होने वाले इन खेलों में 72 देश हिस्सा लेते हैं, जिनमें से ज़्यादातर पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश हैं। बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व संयुक्त सचिव (खेल) कुणाल, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा और गुजरात के खेल मंत्री हर्ष संघवी सहित अन्य लोगों ने किया।

उषा ने कहा, ‘2030 खेलों से हम सिर्फ ‘कॉमनवेल्थ मूवमेंट’ के 100 साल पूरे होने का जश्न ही नहीं मनाएंगे, बल्कि अगली सदी की नींव भी रखेंगे।’ अहमदाबाद को राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी को गर्व का पल बताते हुए खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि भारत 2047 तक खेलों में दुनिया के शीर्ष पांच देशों में अपना नाम दर्ज कराना चाहता है।

प्रधानमंत्री ने दी बधाई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी भारत को मिलने पर देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साथ हम अपार उत्साह से इन ऐतिहासिक खेलों का जश्न मनाने को तैयार हैं। प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा, ‘भारत को राष्ट्रमंडल खेलों के शताब्दी वर्ष 2030 खेलों की मेजबानी मिलने पर हर्षित हूं । देशवासियों और खेल तंत्र को बधाई।’

First Published - November 27, 2025 | 8:25 AM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट