वीमन प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के लिए खिलाड़ियों की नीलामी में सबसे महंगी खिलाड़ी बन कर उभरने के बाद एक ब्रांड के तौर पर दीप्ति शर्मा के रसूख में 30 प्रतिशत तक का इजाफा हो सकता है। दीप्ति ने हाल में संपन्न महिला क्रिकेट विश्व कप में टूर्नामेंट की श्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब भी अपने नाम किया था। गुरुवार को नीलामी में जब यूपी वॉरियर्ज (यूपीडब्ल्यू) ने उन्हें 3.2 करोड़ रुपये में खरीदा तो वह डब्ल्यूपीएल के इतिहास में स्मृति मंधाना के बाद दूसरी सबसे महंगी खिलाड़ी बन गईं। एक के बाद एक उपलब्धियां हासिल करने के बाद उनका ब्रांड वैल्यू या विज्ञापन की दुनिया में कद और बढ़ सकता है। पिछले तीन महीनों के दौरान उनकी ब्रांड वैल्यू में 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
3 नवंबर को भारत की महिला क्रिकेट टीम के पहला विश्व कप खिताब जीतने के बाद दीप्ति, शेफाली वर्मा (फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच, जेमिमा रोड्रिग्स, हरमनप्रीत कौर (टीम इंडिया की कप्तान) और स्मृति मंधाना (उप-कप्तान) जैसी खिलाड़ियों की ब्रांड वैल्यू में वीपीएल नीलामी में लगभग 20 से 35 प्रतिशत का इजाफा हो गया। कई विशेषज्ञों का मानना है कि विश्व कप जीतने के बाद नीलामी में उनकी बढ़ी ब्रांड वैल्यू ठीक ही लगती है। मगर उनके मुताबिक नीलामी में अचानक इन खिलाड़ियों के पक्ष में हवा बहने के बाद आगे चलकर मामला थोड़ा कमजोर भी पड़ सकता है।
मीडिया केयर ब्रांड सॉल्यूशंस के निदेशक यासिन हमीदानी ने कहा कि डब्ल्यूपीएल नीलामी के बाद दीप्ति की ब्रांड वैल्यू 25 से 30 प्रतिशत और चमक सकती है जिससे तीन महीनों के भीतर उनकी कुल ब्रांड वैल्यू में 70 से 80 प्रतिशत की उछाल दर्ज हो जाएगी। मगर हमीदानी ने यह भी कहा कि यह तेजी शुरुआती सनससीखेज उछाल के बाद थम सकती है काफी कुछ उनके भविष्य के प्रदर्शन पर भी निर्भर करेगा। कई उद्योग विशेषज्ञों को भी हमीदानी की बात में दम नजर आया और कहा कि नीलामी के बाद उनकी ब्रांड वैल्यू में कुछ वृद्धि हो सकती है लेकिन जरूर नहीं कि इससे विज्ञापन बाजार में उनके सामने नए अनुबंधों की कतार लग जाए।
विज्ञापन एजेंसी रीडिफ्यूजन के अध्यक्ष संदीप गोयल ने कहा कि दीप्ति के दमदार खेल के लिए उन्हें गुरुवार को हुई नीलामी में उन्हें नवाजा गया है जिससे एक ब्रांड के तौर पर उनकी लोकप्रियता बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि जो ब्रांड दमखम और महिलाओं पर अधिक केंद्रित हैं उनकी नजर में दीप्ति की अहमियत बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि हॉर्लिक्स फॉर वूमेन जैसे ब्रांड के लिए वह दमदार दांव हो सकती हैं।
महिला विश्व कप जीतने के बाद महिला क्रिकेट खिलाड़ी अब फैशन या सौंदर्य जैसे ब्रांडों तक सीमित नहीं गई हैं। बैंकिंग, वित्त-तकनीकी और तकनीक क्षेत्र के ब्रांड उनमें गहरी दिलचस्पी दिखा रहे हैं। हमीदानी ने कहा कि विश्व कप खिताब जीतने के बाद महिला क्रिकेट अंततः एक विभिन्न अवसरों वाले मार्केटिंग युग में ठीक उसी तरह दस्तक दे रहा है जिस तरह पुरुषों के क्रिकेट ने 2000 के दशक अपना वजूद स्थापित किया था।
उन्होंने कहा,‘दीप्ति द्वारा नीलामी में 3.2 करोड़ रुपये झटकने के बाद वह महिला क्रिकेट में एक भरोसेमंद हरफनमौला खिलाड़ी से विज्ञापन एवं ब्रांड की दुनिया में एक दमदार चेहर बन चुकी हैं। विश्व कप के बाद उनकी ब्रांड वैल्यू पहले से ही बढ़ रही थी लेकिन नीलामी के बाद उनकी अहमियत और बढ़ गई है। ब्रांड अब उन्हें उपलब्धि हासिल करने वाली और दांव लगाने के लिए एक मजबूत शख्सियत के रूप में देखने लगे हैं।’
सोचीयर्स के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी सिद्धार्थ देवनानी हमीदानी की बात से इत्तफाक रखते हैं। उन्होंने कहा कि एक चमकते ब्रांड के रूप में उनकी पहचान विश्व कप ही तय करता रहेगा।