वाहन उद्योग की मुफलिसी का दौर इस साल बरकरार रहने वाला है। पिछले साल वाहनों की बिक्री में बमुश्किल 5 फीसद का इजाफा हुआ था।
इस साल भी बिक्री का आंकड़ा 10 फीसद से कम रहने की आशंका है। भारतीय वाहन निर्माताओं के संगठन सियाम की मानें, तो चालू वित्त वर्ष के दौरान बिक्री में इजाफे का आंकड़ा 6 से 7 फीसद रहेगा।
बाजार के जानकारों का कहना है कि लगातार बढ़ती लागत और वित्त की कमी ने वाहन उद्योग की राह में इस बार सबसे बड़ा अड़ंगा लगाया है।
एंजेल ब्रोकिंग में वाहन विश्लेषक वैशाली जाजू कहती हैं, ‘पूरे वर्ष के लिए वाहन उद्योग में विकास का हमारा आंकड़ा 7 से 8 फीसद के बीच ही है। घरेलू बाजार में मांग की रफ्तार और कम हो सकती है, लेकिन यात्री कारों और एलसीवी के निर्यात में बढ़ोतरी होना तय है।’
इस साल अप्रैल से अगस्त में ऑटोमोबाइल बाजार में 10 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन जानकारों के मुताबिक इस रफ्तार पर अंकुश लगने ही वाला है।