कोरोना टीकाकरण की शुरुआत एक क्रांतिकारी पहल है, यह पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन सबसे अच्छा टीका मास्क है। टीका लगवाने के बाद भी मास्क का उपयोग करना होगा। यह मत भूलिएगा कि अब तक हमने कोरोना का सामना मास्क, हाथ धोना और सुरक्षित दूरी बनाए रखना के तीन सूत्रों के साथ ही किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री एवं राज्य के डॉक्टरों ने टीका लगवाने की अपील की।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे टीकाकरण के शुरुआत पर कहा कि आज का दिन क्रांतिकारी है। इसे लेकर किसी के मन में कोई संदेह नहीं होगा। आज भी यदि वे दिन याद आते हैं, तो मानों रोंगटे खड़े हो जाते हैं, दिन-रात तनाव बना रहता था। पूरी दुनिया में एक जैसी स्थिति बनी हुई थी। युद्ध जैसी परिस्थिति में हमने 15 दिनों के भीतर ही राज्यभर में कोविड केंद्र स्थापित किए हैं। इन केंद्रों से हमें बहुत फायदा हुआ। आज ये सेंटर खाली पडे हुए है, मैं प्रार्थना करता हूं कि ऐसे ही ये सेंटर ख़ाली पड़ा रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोग को कोरोना प्रतिबंधक नियमों का पालन करना चाहिए हम लंबे समय से सुन रहे हैं कि टीका आएगा। आज हमारे हाथ में टीका है। टीकाकरण की शुरूआत हो गई है। लेकिन हमें कोरोना खत्म करना है। इसलिए सभी निर्देशों का सख्ती से पालन करें। अभी भी संकट खत्म नहीं हुआ है। भले ही टीका आ गया हो, सभी को टीका लगने में कुछ दिन और महीने लगेंगे। इसलिए, हर किसी को कोरोना प्रतिबंधक नियम का पालन करना चाहिए।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि कोरोना के खिलाफ टीका सुरक्षित है और राज्य में टीकाकरण के लिए पंजीकृत आठ लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों को टीका लगावाने के बाद समाज के आम जनता को टीका लगवाने का संदेश पहुंचाना है। राज्य के हर व्यक्ति को यह टीका दिया जाएगा। टीका लगवाने वाले डॉक्टरों ने कोरोना के टीके को पूरी तरह सुरक्षित बताते हुए इसे सभी को लगवाने की अपील की। पिछले मार्च से हम लगातार कोविड-19 महामारी का सामना करते हुए मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इस अवधि के दौरान हमने कई दुखद घटनाओं को भी बहुत ही नज़दीक से देखा है। मैं कोरोना वैक्सीन पाने वाली जिले की पहली व्यक्ति बनकर बहुत खुश हूं और यह टीका बहुत सुरक्षित है। यह टीका कोरोना से सुरक्षा प्रदान करेगा। इसलिए सभी को यह टीका लगवाना चाहिए।
राज्य में 285 केंद्रों पर टीकाकरण शुरु किया गया जबकि पहले टीकाकरण केन्द्रों की संख्या 511 रखने का दावा किया गया था। टीकाकरण केन्द्रों की संख्या कम करने के सवाल पर परिवार कल्याण और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के आयुक्त डॉ. रामास्वामी एन ने बताया कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार वैक्सीन सेंटर्स में कटौती की जा रही है। हमारे पास रजिस्टर्ड 55.5 फीसदी स्वास्थ्य कर्मचारियों को कवर करने के लिए ही वैक्सीन का स्टॉक है। वैक्सीन हर केंद्र तक पहुंच गया है और निर्धारित तापमान पर स्टोर रखा गया है। प्रत्येक केंद्र पर 100 लोगों को टीका लगाने की व्यवस्था है।
पहले चरण में 1 लाख 25 हजार लोगों को टीका लगाया जाएगा, जबकि दूसरे चरण में, 2 लाख फ्रंटलाईन वर्कर, जिसमें पुलिस, शिक्षक, महानगरपालिका कर्मचारी, जिला परिषद कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा। दूसरे चरण के लिए 99,000 कर्मचारी पंजीकृत हो चुके हैं। बीएमसी अधिकारियों ने एक दिन पहले की टीका केंद्रों पर वैक्सीन को पहुंचा दिया है। वैक्सीन लगाने के लिए 80 मास्टर ट्रेनर के जरिए 2095 स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। टीकाकरण में 4425 अन्य कर्मचारी, 526 पर्यवेक्षक को मिला कर 7126 प्रशिक्षार्थियों को लगाया गया है।
