facebookmetapixel
अक्टूबर में निर्यात 11.8% घटकर 34.38 अरब डॉलर रहा; व्यापार घाटा बढ़कर 41.68 अरब डॉलर पर पहुंचाटैक्स सिस्टम में होगा ऐतिहासिक बदलाव! नए इनकम टैक्स कानून के तहत ITR फॉर्म जनवरी से होंगे लागूक्या पेंशनर्स को अब DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे? सरकार ने वायरल मैसेज की बताई सच्चाईदुबई से जुड़े Forex Scam का पर्दाफाश; निजी बैंक कर्मचारी समेत 3 गिरफ्तारIncome Tax: फ्रीलांसर्स और पार्ट-टाइम जॉब से कमाई करने वालों पर टैक्स को लेकर क्या नियम है?Groww की पैरेंट कंपनी का वैल्यूएशन ₹1 लाख करोड़ पार, शेयर इश्यू प्राइस से 78% उछलाबिहार में NDA की जीत से बदला मार्केट मूड! मोतीलाल ओसवाल ने कहा- ब्रांड मोदी बरकरार, शॉर्ट टर्म में दिखेगी तेजीUS Visa Bulletin December 2025: भारतीयों के लिए जरूरी खबर, EB-5 में भारतीयों की ग्रीन कार्ड वेटिंग हुई कम!सालभर में ₹150 से ₹5,087 तक पहुंचा ये शेयर, 18 नवंबर को देने जा रहा बोनस₹200 से कम कीमत वाले 4 स्टॉक्स पर मोतीलाल ओसवाल की BUY रेटिंग, 31% तक मिल सकता है रिटर्न

महाराष्ट्र: लॉकडाउन के विरोध में सड़कों पर उतरे छोटे कारोबारी

Last Updated- December 12, 2022 | 6:26 AM IST

मुंबई में छोटे व्यापारियों ने गुरुवार को सड़कों पर उतरकर सरकार से लॉकडाउन दोबारा न लगाने की अपील की है। राजनीतिक दल लॉकडाउन का विरोध पहले से ही कर रहे हैं।
राज्य सरकार ने पूरे राज्य में कई तरह के प्रतिबंधों के साथ रात का कफ्र्यू लगाया हुआ है। लॉकडाउन की बढ़ती आशंका से मजदूरों का पलायन शुरू हो गया है तथा कारोबार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। मुंबई के ओशिवारा इलाके में कारोबारी इम्तियाज शेख कहते हैं कि सरकार लॉकडाउन लगा कर छोटे व्यापारियों को भुखमरी की तरफ धकेलने की तैयारी में लगी हुई है, लॉकडाउन लगने से उद्योग-धंधे और दुकानें सब कुछ बंद हो जाएगा।
कारोबारियों का कहना है कि लॉकडाउन से तमाम लोगों की रोजी-रोटी पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा और कई लोग बेरोजगार हो जाएंगे। इस तरह के मुश्किल भरे हालात पिछले साल लोगों ने झेले हैं। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने कहा कि मुंबई में लॉकडाउन नहीं लगाना चाहिए। मुख्यमंत्री का बार-बार लॉकडाउन की धमकी देना ठीक नहीं है। लॉकडाउन का पिछला अनुभव बेहद कड़वा रहा है। इस बार कोरोना का टीका भी है, तो क्यों नहीं उसमें तेजी लाई जाए और लोगो को भरोसा दिया जाए कि वे कारोबार करें। राज्य के ज्यादातर कारोबारी और असंगठित क्षेत्र के श्रमिक भी लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं। फेडरेशन ऑफ रिटेल ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष विरेन शाह का कहना है कि सबको टीका लगना चाहिए। लॉकडाउन हल नहीं हो सकता है। इससे कारोबारी बरबाद हो जाएंगे। शिवसेना को छोड़कर लगभग सभी राजनीतिक दल लॉकडाउन का विरोध कर रहे हैं।
लॉकडाउन लगाने की कोशिशों का विरोध करते हुए राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि लॉकडाउन का बोझ अब राज्य नहीं उठा सकता। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का कहना है कि लॉकडाउन लगाना है, तो पहले नौकरीपेशा लोगों और मजदूरों के खातों में सरकार रकम जमा कराए। महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि लॉकडाउन लगाना समस्या का समाधान नहीं है।

First Published - April 1, 2021 | 11:36 PM IST

संबंधित पोस्ट