देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादन कंपनी साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स (एसईसीएल) छत्तीसगढ़ के कौरइया जिले में एक भूमिगत कोयला खदान खोलेगी।
कंपनी के प्रवक्ता आलोक सिन्हा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि विजय वेस्ट नाम के इस कोयला खदान में 5 लाख मिट्रिक टन कोयला है और इसकी अवधि 26 साल होगी। उन्होंने बताया कि इस कोयला खदान के जरिए कंपनी की भूमिगत कोयला खदानों से होने वाले कोयला उत्पादन 6 फीसदी बढ़ेगा।
एसईसीएल कोल इंडिया लिमिटेड की 8 सब्सिडी इकाइयों में से एक है और कंपनी की छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में 93 खदान हैं। इनमें से 72 खदानें भूमिगत हैं और 20 खुली हैं जबकि एक मिश्रित खदान है। कंपनी के पास छत्तीसगढ़ में 40 भूमिगत खदानें, 12 खुली खदानें और एक मिश्रित खदान है।
एसईसीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक एम पी दीक्षित ने चिरमिरी के सिंदुगढ़ इलाके में इस नए खदान का भूमिपूजन किया। इस खदान से उत्पादन अगले 6 से 8 महीनों में शुरू किया जाएगा।
सिन्हा ने बताया, ‘खदान में कोयला उत्पादन के लिए नवीनतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि इस कोयला खदान में उत्पादन शुरू होने से अगले वित्त वर्ष में कंपनी का उत्पादन बढ़ जाएगा।
कंपनी को 2007 में भारत सरकार की ओर मिनी रत्न से सम्मानित किया गया था। मौजूदा वित्त वर्ष के लिए कंपनी ने 10 करोड़ टन कोयले के उत्पादन का लक्ष्य तय किया है।
