उत्तर प्रदेश में लंबे समय से सुस्त पड़ा कारोबार अब शादियों के सेहरे से संवरेगा। बुधवार को शुरू हो रहे शादी ब्याह के सीजन को लेकर कारोबारियों में खासा उत्साह है। अगले एक महीने तक चलने वाले सीजन को लेकर अभी से दुकानों में भीड़ उमडऩे लगी है। दो महीनों से पस्त पड़े सराफा बाजार में भी अब रौनक देखी जा रही है।
प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के चलते कारोबारियों ने लॉकडाउन से भी पहले खुद ही बाजार बंद कर दिए थे। उसके बाद सरकार की ओर से लागू की गई बंदी में महीने भर से ज्यादा तक बाजार बंद रहे। इसी महीने 9 तारीख को सराफा बाजार खुला भी तो शुरुआती दिनों में ग्राहकों की सूरत मुश्किल से दिखी। सराफा कारोबारियों का कहना है कि अक्षय तृतीया को भी इस बार न के बराबर धंधा रहा और महज कुछ लोगों को ऑनलाइन सौदे मिल सके। अब सहालग का सीजन शुरू होने के बाद सराफा बाजार फिर से गुलजार होने लगा है।
कारोबारियों का कहना है कि 16 जुलाई तक जमकर लगन पड़ रहे हैं और इस दौरान हजारों की तादाद में शादियां होनी हैं। उनका कहना है कि पहले सहालग के दिनों में राजधानी में 100 करोड़ रुपये तक का कारोबार हो जाता था पर इन दिनों यह लगातार बंदी के बाद अब जाकर 15 करोड़ रुपये दैनिक के आसपास आया है और आने वाले दिनों में इसके बढऩे की ही उम्मीद है।
कुछ यही हाल कपड़ा कारोबारियों का भी है जहां बीते डेढ़ महीनों से बाजार एकदम ठंडा रहा था और अब तेजी आनी शुरू हुई है। कपड़ा व्यवसायियों का कहना है कि शादी ब्याह या अन्य मांगलिक आयोजनों में अभी अधिकतम 50 लोगों के शामिल होने का प्रतिबंध लागू है जिसके चलते काम में पहले जैसी तेजी तो नहीं है पर हां काफी सुधार हो रहा है। कारोबारियों का कहना है कि बंदी के चलते अप्रैल-मई महीने की कई शादियां टलकर आगे बढ़ गई थीं जो अब होने जा रही है। इसके चलते भी धंधा बढऩे की उम्मीद है।
साड़ी कारोबारी अजय द्विवेदी बताते हैं कि कोरोना बंदी के लंबा खिंचने की आशंका में इस बार बाहर से कम ही माल मंगाया गया था पर अब बाजार बढ़ता देख नए सिरे से ऑर्डर दिए जा रहे हैं। हालांकि उनका कहना है कि बंदी के दौरान लूम और हथकरघे चलते रहे हैं और माल तैयार होने में कोई दिक्कत नहीं आई।
उत्तर प्रदेश में पावरलूम का हब कहे जाने वाले अंबेडकरनगर के इश्तियाक अंसारी के मुताबिक कोरोना बंदी के दौरान ऑर्डर तो नहीं पर इस दौरान आगे के लिए खासा माल तैयार कर रख लिया गया है जो अब सहालग में मांग को पूरा करेगा। इसी तरह साडिय़ों के शहर मऊ मुबारकपुर में लूम की रफ्तार बीते सप्ताह से तेज हुई है और ऑर्डर धड़ाधड़ मिल रहे हैं।
इस बार की सहालग में बंपर शादियों की बुकिंग ने पस्त पड़े होटल व बैंक्वेट के धंधे को भी सहारा दिया है। बैंक्वेट मालिकों का कहना है कि बुकिंग का आलम यह है कि अब जुलाई तक बिलकुल भी गुंजाइश भी नहीं बची है। राजधानी में दूर-दराज के भी बैंक्वेेट, शादी लॉन में बुकिंग फुल हो चुकी है। हालांकि इस बार शादी ब्याह का बजट भीड़ की इजाजत न होने के चलते कुछ कम हुआ है।