निजी क्षेत्र की विमानन कंपनियों द्वारा अमृतसर के राजासांसी हवाई अड्डे से शुरू की गई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द करने का संकेत मिलने के बाद पंजाब सरकार हरकत में आ गई है।
राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा है कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और नागरिक विमानन मंत्री प्रफुल्ल पटेल से मिलकर उन्हें इस मामले की गंभीरता और इसके आर्थिक पहलुओं से अवगत कराएंगे। निजी क्षेत्र की विमानन कंपनियों ने राजासांसी से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द करने के इरादे जाहिर किए हैं।
सिंगापुर एयरलाइंस ने संकेत दिया है कि वह फरवरी 2009 से अमृतसर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर सकती है। इसी तरह जेट एयरवेज भी यात्रियों की बेहद कम संख्या के कारण अपनी उड़ानें रद्द करने की तैयारी कर रही है।
इन कंपनियों का कहना है कि यात्रियों की संख्या में कमी और विमानन ईंधन की बढ़ती लागत के कारण यहां से परिचालन व्यावसायिक तौर पर फायदेमंद नहीं रह गया है। सूत्रों ने बताया है कि अमृतसर हवाई अड्डे पर यात्रियों की संख्या उम्मीद के मुताबिक नहीं होने के अलावा अंतरराष्ट्रीय मंदी और किराए में हुई बढ़ोतरी भी इसका एक कारण है।
यह भी उल्लेखनीय है कि अमृतसर के राजासांसी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से विदेश के लिए प्रति सप्ताह 65 उड़ानें हैं। राजासांसी पंजाब का अकेला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। हाल के समय में राजासांसी पड़ोसी देशों की उड़ान के लिए महत्त्वपूर्ण केंद्र बनकर उभरा है।
पिछले कुछ वर्षो के दौरान यहां से यात्रियों और उड़ानों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। विशाल संभावनाओं के मद्देनजर भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण राजासांसी के विस्तार के लिए 140 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है। पंजाब सरकार भी हवाई अड्डे के विकास के लिए 44 करोड रुपये देने पर सहमत हो गई है।
इससे पहले निर्यातक, ट्रैवल एजेंट और कारोबारी राजासांसी से उड़ानें रद्द करने के विरोध में विमानन कंपनियों के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी सौंपा है। राज्य के कैबिनेट मंत्री विक्रम सिंह मजीठिया ने इस बीच एक सख्त बयान जारी करते हुए कहा है कि राजनीतिक दलों को इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नेताओं को अपने मतभेदों को परे रखते हुए पवित्र शहर अमृतसर को अंतरराष्ट्रीय विमानन मानचित्र पर बनाने रखने के लिए साथ में मिलकर काम करना चाहिए। सूत्रों ने बताया है कि भविष्य में कई और कंपनियां इस राह पर चल सकती हैं।