इंग्लैंण्ड स्थित सलाहकार फर्म मौट मैक्डोनाल्ड्स (एमएमडी) हावड़ा के कायाकल्प के लिए अवधारणा योजना रिपोर्ट को तैयार करने के अंतिम चरण में है।
प्रस्तावित योजना पश्चिम बंगाल सरकार और इंग्लैण्ड की एजेंसी अंतरराष्ट्रीय विकास विभाग का संयुक्त उद्यम है। रिपोर्ट के अक्टूबर से पहले तैयार होने की उम्मीद है और इसके बाद इसे डीएफआईडी के सामने पेश किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय शहरी और क्षेत्रीय योजना के टीम लीडर माईकेल मोल्ड्स ने बताया कि डीएफआईडी के सामने विस्तृत रणनीति तैयार की जाएगी और अक्टूबर से पहले अंतिम रिपोर्ट को पेश कर दिया जाएगा।
सहालकार फर्म ने शहर के विकास के लिए तीन मुख्य क्षेत्रों को चुना है। इन क्षेत्रों के दायरे में खेल और सेहत, जैवप्रौद्योगिकी और फर्मासियुटिकल्स तथा स्वास्थ्य, शिक्षा और आतिथ्य-सत्कार से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। मोल्ड्स ने बताया कि ये तीन परियोजनाएं और नदी के किनारे की विकास योजना का क्षेत्र के कायाकल्प में महत्वपूर्ण स्थान होगा। एक समय में हावड़ा में बड़ी संख्या में इंजीनियरिंग इकाइयां थी।
शुरुआत में क्षेत्र की पुरानी समस्याओं को हल करने पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस शहर में एशिया के कुछ सर्वाधिक बड़ी झुग्गी-झोपड़ियां हैं और यहां बड़ी संख्या में लोगों के पास रोजगार नहीं है। सड़कों पर भीड़-भाड़ के अलावा हावड़ा में पर्याप्त ढांचागत सुविधा भी एक बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि नदी के किराने वाले इलाकों को महानगरीय रेल और बस यातायात प्रणाली से जोड़ने की संभावनाएं भी टटोली जा रहीं हैं। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा एक विशेष उद्देश्यीय कोष का गठन किया जाएगा और परियोजना का विकास सार्वजनिक निजी भागीदारी के जरिए किया जाएगा।
डीएफआईडी ने पिछले साल हावड़ा के आर्थिक कायाकल्प योजना के लिए इस ब्रिटिश फर्म से सलाह लेना शुरू किया था। वित्तीय सलाह के लिए एसबीआई कैप्स उप-सलाहकार की भूमिका अदा कर रहा है। हावड़ा परियोजना के अलावा एमएमडी राज्य में दो अन्य परियोजनाओं पर भी काम कर रही है।
मोल्ड्स ने कहा कि ‘हम राज्य में घाटे में चल रहे सार्वजनिक उपक्रमों के पुनरुद्धार और दामोदर घाटी निगम की पर्यटन विकास परियोजना के लिए सलाह सेवा मुहैया करा रहे हैं।’ उन्होंने उद्योग संघ द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही।