गुजरात के ईंधन पंप मालिकों ने 12 अगस्त से हर गुरुवार को एक घंटे के लिए कंप्रेस्ड नैचुरल गैस (सीएनजी) की बिक्री रोकने की धमकी दी है। डीलरों ने कहा है कि वे हर गुरुवार को तेल कंपनियों से पेट्रोल व डीजल की खरीद भी बंद कर देंगे।
यह धमकी इसलिए आई है, क्योंकि सरकार ने 2017 के बाद से पेट्रोल, डीजल और सीएनजी पर डीलरों के मुनाफे में कोई बदलाव नहीं किया है।
फेडरेशन आफ गुजरात पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन (एफजीपीडीए) की ओर से लिखे गए पत्र के मुताबिक, ‘गुजरात के सभी डीलरों ने एकमत से प्रस्ताव पारित किया है कि हर गुरुवार को एमएस-एसएसडी (पेट्रोल व डीजल) की खरीद नहीं होगी और हर गुरुवार को 1 बजे से 2 बजे तक एक घंटे के लिए सीएनजी की बिक्री नहीं होगी। इसे 12 अगस्त से तब तक के लिए लागू किया जाएगा, जब तक कि इन 3 उत्पादों पर डीलरों के कमीशन में बढ़ोतरी की घोषणा नहीं की जाती है।’
पत्र में कहा गया है कि एफजीपीडीए ने 23 जुलाई को यह फैसला किया है, जिसमें गुजरात के सभी जिलों केडीलरों ने हिस्सा लिया।
फेडरेशन आप गुजरात पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंदभाई ठाकेर ने बिजनेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘इस फैसले से पेट्रोल व डीजल के ग्राहकों के ऊपर कोई असर नहीं पड़ेगा।
पेट्रोल पंप इनकी बिक्री यथावत रखेंगे। पंप के मालिक हर गुरुवार को ईंधन डिपो से इसकी खरीद नहीं करेंगे, जिसकी बिक्री तेल विपणन कंपनियां करती हैं। लेकिन सीएनजी ग्राहकों के लिए हर गुरुवार को एक घंटे के लिए बंदी रहेगी।’
पेट्रोल पंप मालिक कमीशन में नियमित बदलाव की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। इस समय डीलरों को पेट्रोल पर 3.82 रुपये प्रति लीटर, डीजल पर 2.60 रुपये प्रति लीटर कमीशन मिलता है। सीएनजी के विक्रय मूल्य पर डीलरों को 3 प्रतिशत मुनाफा मिलता है, जो गुजरात में करीब 55 रुपये किलो है।
