मंदी से बेपरवाह उत्तर प्रदेश के विकास प्राधिकरण और आवास विकास परिषद ने इस साल भारी भरकम आवासीय योजनाओं की घोषणा की है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण ने जहां राजधानी के सबसे पॉश इलाके गोमतीनगर में बहुमंजिले आवास बनाने की घोषणा की है वहीं आवास विकास परिषद ने उत्तर प्रदेश के 60 जिलों में कांशीराम आवास योजना के तहत एक लाख से ज्यादा मकान बनाने के शुरुआत कर दी है।
लखनऊ में बनने वाले बहुमंजिले आवास 17 लाख से लेकर 25 लाख रुपये तक की कीमत पर मिलेंगे जबकि कांशीराम आवास योजना के मकानों की कीमत केवल 1.75 लाख रुपये रखी गई है। राजधानी लखनऊ के अलावा कानपुर और इलाहाबाद के विकास प्राधिकरणों ने भी अपनी आवासीय योजनाओं की घोषणा की है।
लखनऊ विकास प्रधिकरण ने अपने पुराने नेहरु इनक्लेव के बचे हुए मकानों की भी आवंटन की प्रक्रिया शुरू की है। एक दशक पुराने यह आवास सेना से विवाद के चलते काफी समय से खाली पड़े थे। बाद में विवाद के सलटने के बाद इन मकानों को आवंटियों को दिया गया था। अब भी इस योजना में कई भवन खाली पड़े हैं।
दूसरी ओर आवास विकास इस समय कई विकास प्रधिकरणों के साथ कांशीराम आवास योजना के मकानों के निर्माण के लेकर व्यस्त है। इन आवासों के लिए आवास विकास ने काफी जमीन के अधिग्रहण भी किया है।
आवास विकास परिषद ने अब तक 31902 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण किया है जिसमें से 22909 हेक्टेयर जमीन के इस्तेमाल हो चुका है। कांशीराम के जन्मदिन के मौके पर मायावती ने नमूने के तौर पर आवास परिषद के बनाए गए नमूने के 10 आवासों का लोकापर्ण किया था।