केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वह राज्य में अपने भतीजे के कल्याण के लिए काम कर रही हैं और विधानसभा चुनाव आने तक उनके पाले में कोई नहीं रहेगा। शाह ने आरोप लगाया कि ‘मां, माटी और मानुष’ के नारे लगाने वाली तृणमूल कांग्रेस वास्तव में जबरन वसूली, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण में डूबी हुई है। शाह ने कहा कि ममता के शासनकाल में बंगाल में स्थिति वाम शासन से भी बदतर है। उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार का एजेंडा भतीजे को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाना है।
उन्होंने राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने का भरोसा जताते हुए प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने की बात कही। शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं स्पष्ट कर दूं कि चुनाव के बाद भाजपा सत्ता में आएगी। एक ओर मोदी सरकार जन कल्याण के लिए काम कर रही है तो दूसरी ओर ममता बनर्जी की सरकार बंगाल में भतीजा कल्याण के लिए काम कर रही है।’ उन्होंने तृणमूल के और नेताओं के पार्टी छोडऩे का संकेत देते हुए कहा, ‘ममता बंगाल के लोगों की आकाँक्षाओं पर खरा उतरने में विफल रही हैं। उन्हें सोचना चाहिए कि तृणमूल के कई नेता भाजपा में शामिल क्यों हो रहे हैं। उन्होंने राज्य की जनता का भरोसा खो दिया है। चुनाव तक वह अकेली रह जाएंगी। उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए।’
पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल में हावड़ा जिले की डुमुरजुला एक रैली रविवार को कहा कि महामारी के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देश के 80 करोड़ लोगों को आठ महीने तक पांच किलोग्राम चावल और एक किलोग्राम दाल देने की व्यवस्था की लेकिन पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने लॉकडाउन के दौरान इसे लूट लिया।