त्योहार का मौसम सज चुका है और लगभग सभी बड़ी परिधान कंपनियां इस मौसम का फायदा उठाने के लिए कई तरह की योजनाएं बना रही हैं।
ये कंपनियां त्योहारी मौसम की संभावनाओं का पता लगा कर अपनी बिक्री बढ़ाना चाहती हैं। ग्लोबस के सेल्स एग्जीक्यूटिव ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘यह एक ऐसा समय होता है, जब लोगों को नए-नए ऑफरों का इंतजार रहता है। वे इस समय के इंतजार में अपनी खरीदारी को कुछ दिनों तक टाल भी देते हैं।
जाहिर सी बात है कि त्योहारी मौसम में मिलने वाले ऑफरों से ग्राहक काफी आकर्षित होते हैं।’ इस उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि टेक्सटाइल क्षेत्र अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक के तीन महीने में 50 फीसदी की बिक्री कर लेता है। यह समय त्योहारों का समय होता है और इसमें परिधान आदि की खरीदारी में काफी इजाफा होता है।
त्योहारी मौसम में न सिर्फ परिधान बल्कि इलेक्ट्रॉनिक्स, गृह साज-साा, ऑटोमोबाइल की बिक्री में भी उछाल आ जाता है। इन चीजों की खरीदारी में भी लोगों को त्योहारी ऑफर का इंतजार रहता है। बहुत सारे लोग तो त्योहार आने का इंतजार करते हैं, ताकि उस समय आने वाले ऑफरों के साथ ही खरीदारी की जाए।
उन्होंने कहा कि पूरे साल में दिवाली के समय में मांग काफी बढ़ जाती है। इसलिए हर कंपनी इस मांग को पूरा करने की कोशिश करती है। त्योहारी मौसम में हर ब्रांड पर छूट दी जा रही है। चाहे वह कुटॉन्स, पैंटालूंस हो या ग्लोबस या वेस्टसाइड, सभी ने अपने उत्पादों पर छूट दे रखी है।
कुछ आइटम पर तो 50 फीसदी से भी ज्यादा की छूट दी गई है। इन मौसम में न केवल राष्ट्रीय ब्रांड छूट देते हैं, बल्कि स्थानीय ब्रांड भी ऑफरों की भरमार लगा देते हैं। मिसाल के तौर पर लखनऊ की मॉडर्न सिल्क हाउस, जो महिलाओं के परिधान बनाती है, ने अपने कुछ चुनिंदा आइटमों पर 51 फीसदी तक की छूट का ऐलान किया है। इससे भी एक कदम बढ़ते हुए कानपुर की राज रतन ग्रुप की रिटेल कंपनी रसा ने भारी खरीदारी पर सोने और चांदी के सिक्कों का ऑफर दिया है।