facebookmetapixel
Gold and Silver Price Today: सोना-चांदी आज भी हुए महंगे! गोल्ड 1,24,400 रुपये के करीब; सिल्वर 1,55,600 रुपये के स्तर परTata Group में नई पीढ़ी की एंट्री! नोएल टाटा के बेटे नेविल टाटा बने ट्रस्टी, जानिए क्या है रतन टाटा से कनेक्शनभारत-भूटान ने किए 7 समझौते, 4000 करोड़ रुपये के ऊर्जा ऋण का ऐलान₹12 तक डिविडेंड पाने का आज आखिरी मौका! कल ये 6 कंपनियां करेंगी एक्स डेट पर ट्रेडलाल किले के पास विस्फोट की जांच अब NIA करेगी, पुलवामा से जुड़े मॉड्यूल पर सतर्कताअचल संपत्ति बेचना ‘सेवा’ नहीं, यह सर्विस टैक्स के दायरे से बाहर: सुप्रीम कोर्ट तेजी का मौका! एनालिस्ट ने बताए 3 स्टॉक्स जो पहुंच सकते हैं ₹2,980 तकग्रीन हाइड्रोजन लक्ष्य में बदलाव, 2030 तक 30 लाख टन उत्पादन का नया टारगेटStock Market Update: आईटी शेयरों में तेजी से बाजार में मजबूती, सेंसेक्स 300 से ज्यादा अंक चढ़ा; निफ्टी 25800 के पारक्विक कॉमर्स में मुनाफे की नई दौड़ शुरू! मोतीलाल ओसवाल ने Swiggy और Eternal पर जारी किए नए टारगेट्स

उप्र में माया जुटाने के लिए लगेगा निवेशकों का जमावड़ा

Last Updated- December 07, 2022 | 9:04 AM IST

उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक निजी भागीदारी को बढ़ावा देने और राज्य को निवेश के लिए सर्वाधिक पसंदीदा गंतव्य बनाने के इरादे से मायावती सरकार 14 जुलाई को नई दिल्ली में निवेशकों की बैठक आयोजित कर रही है।


एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि इस पूरी कवायद का मकसद निवेश के गंतव्य के तौर पर उत्तर प्रदेश की क्षमता और उसके आकर्षण को प्रदर्शित करना है। इस हाई-प्रोफाइल बैठक के दौरान कंपनियों के प्रमुख, उद्योगपति, निवेशक, बैंकर्स, उद्योग समूह और राज्य में निवेश के इच्छुक देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।

हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि निवेश बैठक के दौरान राज्य की मुख्यमंत्री मायावती अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मौजूद रहेंगी या नहीं लेकिन यह तो तय है कि राज्य की नौकरशाही के बड़े अधिकारी बैठक के दौरान प्रतिनिधियों की अगवानी करते नजर आएंगे। ढांचागत विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन ऐसे क्षेत्र हैं, जहां निवेश और साझेदारी कायम करने के प्रस्तावों का राज्य सरकार तहेदिल से स्वागत करेगी।

राज्य सरकार ढांचागत विकास पर सबसे अधिक जोर दे रही है और निजी क्षेत्र की साझेदारी के साथ कई एक्सप्रेसवे परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस बीच राज्य सरकार का पूरा अमला इस कोशिश में लगा हुआ है कि कैसे बैठक के दौरान कैसे अधिक से अधिक संख्या में निवेशकों को जुटाया जा सके और अधिकतम फायदा लिया जा सके।

सरकार का मकसद इस बैठक के जरिए निवेश जुटाने के साथ ही यह निवेशकों और उद्योगजगत की इस धारणा को बदलना है कि उत्तर प्रदेश में औद्योगीकरण और आर्थिक विकास की संभावनाओं का अभाव है। सूत्रों ने बताया कि देश के लगभग सभी शीर्ष उद्योगपतियों और कारोबारी घरानों को बैठक में शामिल होने के लिए न्योता भेजा जा चुका है। इसके अलावा भारत में निवेश करने वाले प्रमुख देशों को भी उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया गया है।

राज्य में बलिया ग्रेटर नोएडा गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना जेपी समूह को दी गई है जबकि इलाहाबाद के करीब प्रस्तावित दो थर्मल पॉवर प्लांट अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस पॉवर को दिए जाने का अनुमान है।

दिल्ली में निवेश बैठक

उत्तर प्रदेश सरकार 14 जुलाई को नई दिल्ली में निवेश बैठक कर रही है।
बैठक में सभी औद्योगिक घरानों और बड़ी कंपनियों को न्योता भेजा गया है।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री मायावती के मौजूद रहने की उम्मीद।
शीर्ष नौकरशाही करेगी अगवानी

First Published - July 4, 2008 | 9:22 PM IST

संबंधित पोस्ट