facebookmetapixel
सरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइनबिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA 200 के पार, महागठबंधन की करारी हारबिहार की करारी हार से राजद-कांग्रेस के समक्ष अस्तित्व का संकट, मोदी बोले- पार्टी अब टूट की ओरबिहार में NDA की प्रचंड जीत से बैकफुट पर विपक्ष, चुनाव आयोग पर उठाए सवालNDA की जीत में पासवान, मांझी गठबंधन ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी: 10 बिंदुओं में बिहार चुनाव नतीजों के निष्कर्षबिहार में बंपर जीत के बाद बोले PM मोदी: पश्चिम बंगाल से भी ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकेंगेबिहार में नीतीश–मोदी फैक्टर की धमक: भाजपा की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा की राह में अब नहीं कोई बाधाबिहार चुनाव 2025: जदयू और भाजपा ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी, AIMIM को झटकाNDA के वादे और वित्तीय सीमाएं: ‘विकसित बिहार’ का सपना कितना संभव?सेबी 17 दिसंबर की बैठक में करेगा हितों के टकराव और खुलासा नियमों की सिफारिशों पर विचार

हिमाचल में औद्योगिक निवेश घटा

Last Updated- December 09, 2022 | 4:45 PM IST

वैश्विक आर्थिक मंदी का असर हिमाचल के औद्योगिक निवेश पर भी दिखने लगा है। राज्य में पिछले कुछ महीनों के दौरान निवेश में भारी गिरावट आई है।


राज्य उद्योग विभाग के अधिकारियों से मिली सूचना के मुताबिक बीते साल अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक राज्य की एकमुश्त मंजूरी समिति ने महज 409 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी। जबकि इससे पहले अगस्त और सितंबर, 2008 के दौरान 3,095 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी गई थी।

वर्ष 2008 के पहले 9 महीनों के दौरान 7,546 करोड़ रुपये का निवेश आया। यह आकड़ा छह साल पहले घोषित किए गए औद्योगिक पैकेज के बाद से सर्वाधिक है।

हालांकि 2008 की अंतिम तिमाही के दौरान निवेश की राशि में तेजी से गिरावट देखने को मिली। केन्द्र सरकार ने पर्वतीय राज्यों के लिए 2003 में राहत पैकेज की घोषणा की थी और अब तक राज्य सरकार 30,000 करोड़ रुपये का निवेश जुटाने में कामयाब रही है।

इसमें से ज्यादातर निवेश बद्दी, बोरातीवाला और नालागढ़ औद्योगिक पट्टी में आया है। बद्दी-बोरातीवाला और नालागढ़ औद्योगिक संघ के महासचिव अरुण रावत ने बताया कि ‘आर्थिक मंदी और उत्पाद शुल्क छूट खत्म होने की तारीख नजदीक आने के कारण निवेश घटा है।’

राज्य के उद्योग विभाग में औद्योगिक सलाहकार राजेंद्र चौहान ने भी कुछ ऐसी ही बात कही। राज्य सरकार कोशिश कर रही है कि केन्द्रीय राहत पैकेज को 2010 से बढ़ाकर 2013 तक कर दिया जाए। हालांकि पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा इस मांग का विरोध कर रहे हैं।

First Published - January 4, 2009 | 8:45 PM IST

संबंधित पोस्ट