दिल्ली से सटे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के पिछड़े पूर्वांचल में गोरखपुर उद्यमियों का पसंदीदा क्षेत्र बनता जा रहा है। बीते चार वर्षों में देश के छोटे बड़े 259 उद्योगपतियों ने गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) से कारखाना लगाने के लिए जमीन ली है। उद्योगपतियों की इस पहल से गोरखपुर में 1,000 करोड़ रुपये का निवेश हो चुका है और करीब 1,500 करोड़ रुपये के निवेश इस साल के अंत तक देश के बड़े उद्योगपति यहां करेंगे। इनमें आदित्य बिडला ग्रुप और कोकाकोला कंपनी भी शामिल है। गोरखपुर में बड़े निवेशकों को लाने के लिए प्लास्टिक पार्क और टेक्सटाइल पार्क की स्थापना तथा लैटेड फैक्टरी जैसी कई बड़ी परियोजना पर काम शुरू हो गया है।
गीडा के अफसरों के मुताबिक़ साल 2017 से अबतक 259 छोटे बड़े उद्योगपतियों ने गीडा से जमीन लेकर अपने कारखाने यहां के भीटी रावत औद्योगिक क्षेत्र में लगाए हैं। यहां 1,000 करोड़ रुपये का निवेश कर स्थापित किए गए कारखानों में पांच हजार लोगों को स्थायी रोजगार मिला हैं। बीते चार वर्षो के दौरान गैलेंट इस्पात लिमिटेड, शुद्ध प्लस हाईजिन, क्रेजी बेकरी उद्योग, अंकुर उद्योग लिमिटेड, स्पाइस लेमिनेट्स प्राइवेट लिमिटेड, आदित्य मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड, इंडिया ग्लाईकाल प्राइवेट लिमिटेड, आरके आक्सीजन प्राइवेट लिमिटेड, सर्वोत्तम फिड्स ने अपने कारखाने स्थापित कर उत्पादन शुरू कर दिया है। वही दूसरी तरफ मल्टीनैशनल कंपनी कोकाकोला ने गोरखपुर में बॉटलिंग प्लांट लगाने के लिए गीडा से 32 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने की मांग की है। कोकाकोला यहां 200 करोड़ रुपये निवेश कर जो बॉटलिंग प्लांट बनाएगी, उसमें कम से कम 500 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी प्रकार देश के प्रमुख औद्योगिक घराने आदित्य बिड़ला समूह ने गोरखपुर में पेंट बनाने का कारखाना लगाने के लिए 70 एकड़ भूमि गीडा से उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। आदित्य बिड़ला समूह करीब 700 करोड़ रुपये का निवेश कर कारखाने की स्थापना करना चाहता है।
गीडा के अधिकारियों का कहना है कि 50 एकड़ में बन रहे प्लास्टिक पार्क में बड़ी-बड़ी कंपनियों ने अपने कारखाने लगाने का प्रस्ताव किया है। इसी तरह टेक्सटाइल पार्क के लिए भी गोरखपुर में जमीन चिन्हित की गई है। इसके अलावा गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ औद्योगिक निवेश करने के लिए गीडा भूमि अधिग्रहित कर रहा है।