पिछले चार पांच दिनों से पड़ रही मुंबई में पड़ रही हल्की ठंड की वजह से गरम कपड़ों की बिक्री में अचानक गरमाहट आ गई है।
नए साल के स्वागत के जश्न में शामिल होने वाले मुंबईकर देर रात तक सड़कों गरम कपड़े पहन ठंड का मजा लेते दिखे। गरम कपड़ों की बिक्री जितनी पिछले दो महीनों में नहीं हुई है उतनी सिर्फ दो दिनों में लोगों ने खरीदारी कर ली है।
मांग बढ़ने की वजह से ऊनी कपड़ों की कीमत में भी लगभग 15-20 फीसदी की बढ़ोतरी हो गई है। वैश्विक स्तर पर मौसम में आ रहे बदलाव के चलते आम तौर पर सामान्य रहने वाले तापमान के स्तर में खासा बदलाव दिखाई दे रहा है।
पिछले साल से मुंबई में भी लगभग 15 दिन तक लोगों ने ठंड का मजा लिया था। इसका सबसे ज्यादा फायदा तिब्बती व्यापारियों को हुआ था।
पिछले साल गरम कपड़ों की अच्छी मांग को देखते हुए इस साल भी तिब्बतियों ने मुंबई केपरेल, सीएसटी स्टेशन के सामने, दादर, बंदर मस्जिद और चर्चगेट सहित सभी प्रमुख इलाकों में भारी मात्रा में रंग बिरंगे गरम कपड़ों की दुकानें सजा दी थी, लेकिन ठंड न पड़ने की वजह से ये व्यापारी निराश थे।
नए साल के साथ ही ठंड आने के साथ ही इनकी निराशा भी खत्म हो गई। दादर में अपनी दुकान लगाए टेलटिल के अनुसार दो दिन की ठंड में ही हमारा 70 फीसदी माल खत्म हो गया और दो चार दिन यदि मौसम ने साथ दे दिया तो हमारा माल खत्म हो जाएगा।
परेल इलाके में शाम के 9 बजे ग्राहकों से घिरी रानी कहती है कि बात करने का समय नहीं धंधा करने का समय है एक दो दिन में तो हम खाली ही हो जाएगे फिर बातें ही करनी हैं।
दरअसल ये तिब्वती लुधियाना से डिफेक्टेड और कम कीमत वाले गरम कपड़े लाते हैं। जिनमें ज्यादातर चटक रंग के होते है, जो लोगों को देखते ही भा जाते है।
दूसरी दुकानों की अपेक्षा इनकी कीमत भी बहुत कम होती है, जिससे लोग सड़क के किनारों पर रंग बिरंगी कपड़ों की इन दुकानों पर खिंचे चले आते हैं। मौसम विभाग के मुताबिक एक जनवारी को मुंबई का अधिकतम तापमान 31 सेंटीग्रेड और न्यूनतम 15 सेंटीग्रेड था।