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टीके के आवंटन में केंद्र की ओर से भेदभाव : महाराष्ट्र

Last Updated- December 12, 2022 | 6:07 AM IST

महाराष्ट्र में टीके के आवंटन का मुद्दा राजनीतिक लड़ाई में तब्दील होता नजर आ रहा है। राज्य सरकार ने टीकों की कमी के चलते टीकाकरण अभियान रोकने की आशंका व्यक्त करते हुए टीके के आवंटन में ‘भेदभावपूर्ण’ रवैया अपनाने के लिए केंद्र पर तीखा हमला किया क्योंकि राज्य सरकार के मुताबिक उसके पास अब केवल दो दिन तक के लिए ही टीके का स्टॉक है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने दावा किया कि महाराष्ट्र में 9 लाख खुराकें हैं और टीकाकरण की मौजूदा दर को देखते हुए यह लगभग दो दिन तक ही चलेगा।
दूसरी तरफ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने ट्वीट कर देश में टीके की कमी की बात सिरे से खारिज कर दी और कहा, ‘भय का माहौल अब खत्म होना चाहिए। देश में कुल 9 करोड़ से अधिक टीके लगाए गए हैं और राज्यों को करीब 4.3 करोड़ से अधिकटीके की डिलिवरी हो रही है तब टीके की कमी का सवाल कहां से उठ रहा है? हम नियमित रूप से निगरानी कर रहे हैं और आपूर्ति बढ़ा रहे हैं।’
टोपे ने कहा कि महाराष्ट्र को केंद्र की तरफ  से टीके की 17 लाख खुराकें आवंटित की गई हैं लेकिन यह पर्याप्त नहीं था। इसके लिए हर हफ्ते 40 लाख खुराक की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात करने के बाद मुझसे कहा गया कि हमें 15 अप्रैल के बाद 17.5 लाख खुराकें मिलेगी। महाराष्ट्र को 7.5 लाख खुराकें मिली है वहीं उत्तर प्रदेश को 48 लाख खुराकें, मध्य प्रदेश को 40 लाख, गुजरात को 30 लाख और हरियाणा को 24 लाख खुराकें दी गई हैं। मेरा सवाल यह है कि अगर महाराष्ट्र टीकाकरण अभियान में अग्रणी है और कुल उपचाराधीन मामलों में महाराष्ट्र के 55 फीसदी मामले हैं तब केवल 7.5 लाख खुराकें ही क्यों दी गई हैं? इस मामले को लेकर मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात की। स्वास्थ्य मंत्री ने मुझे आश्वासन दिया है कि इस मामले में जल्द सुधार किया जाएगा।’ उन्होंने कहा कि 12 करोड़ की आबादी वाले महाराष्ट्र को अब तक 1.04 करोड़ खुराकें मिल पाई है जबकि 6 करोड़ आबादी वाले गुजरात को एक करोड़ खुराकें दी गई हैं जहां करीब 17,000 उपचाराधीन मामले हैं।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने बुधवार को हर्षवर्धन को स्थिति से अवगत कराया था। पवार ने गुरुवार को कहा कि केंद्र ने कोविड-19 से निपटने में महाराष्ट्र को मदद का आश्वासन दिया है।
मुंबई में सरकार द्वारा संचालित सबसे बड़े टीकाकरण स्थलों में से एक बीकेसी ग्राउंड में अब केवल 350 टीके की खुराक बची है। यहां रोजाना 1,000 से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जाता था। टीकों की कमी के कारण मुंबई में 23 टीकाकरण केंद्रों को बंद करना पड़ा है। हिंदुजा जैसे निजी अस्पतालों का भी कहना है कि उनके यहां टीके अधिकतम शनिवार तक ही मिल पाएंगे।

First Published - April 9, 2021 | 12:25 AM IST

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