महाराष्ट्र सरकार के सहयोगी दल विधानसभा के वर्तमान बजट सत्र में ही विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराना चाह रहे हैं लेकिन राज्यपाल इसकी मंजूरी देने के मूड में नहीं लग रहे हैं। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के राज्य विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराने के लिए मंजूरी देने से इनकार करने पर राज्य सरकार के साथ उनका टकराव और बढ़ गया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक राज भवन के एक अधिकारी ने मंगलवार को राज्य सरकार को सूचित किया कि चुनाव कराने की तारीख तय नहीं की जा सकती क्योंकि यह मामला अदालत में विचाराधीन है। नाना पटोले के कांग्रेस की महाराष्ट्र ईकाई का अध्यक्ष पद संभालने के लिए विधानसभा अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद पिछले साल फरवरी से यह पद रिक्त है। शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार ने शुरुआत में कोश्यारी से मांग की थी कि वह नौ मार्च को चुनाव कराने की अनुमति दें और बाद में विधानसभा के मौजूदा बजट पत्र के दौरान १६ मार्च को चुनाव कराने की अनुमति मांगी थी
राज्य के संसदीय मामलों के विभाग के प्रभारी सचिव को मंगलवार को राज्यपाल के प्रधान सचिव ने सूचित किया कि चुनाव कराने की तारीख तय नहीं की जा सकती क्योंकि यह मामला अदालत के विचाराधीन है। पटोले ने मंगलवार को अध्यक्ष का चुनाव कराने की तारीख को मंजूरी देने में देरी के लिए कोश्यारी की आलोचना की थी। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस ने अध्यक्ष पद के लिए अपने उम्मीदवार का नाम तय कर लिया है और चुनाव की तारीख आने के बाद वह इसकी घोषणा करेगी। गौरतलब है कि एमवीए सरकार और कोश्यारी के बीच पूर्व में विभिन्न मुद्दों को लेकर वाकयुद्ध चला है। पटोले ने कहा कि कोश्यारी महाराष्ट्र के राज्यपाल नहीं हैं। वह भारतीय जनता पार्टी के राज्यपाल हैं। उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है? उन्होंने कहा कि एमवीए नेतृत्व ने विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए सभी कानूनी पक्षों पर विचार किया है और राज्यपाल को दोबारा इसकी सूचना दी जाएगी।