facebookmetapixel
AI से इतर रोटेशन ट्रेड में भारत बनेगा बड़ा फायदेमंद बाजार, CLSA का दावाटाटा मोटर्स पर मंडराया सेंसेक्स से बाहर होने का खतरा, इंडिगो ले सकती है जगहUnemployment Rate: अक्टूबर में बेरोजगारी दर 5.2% पर स्थिर, गांवों में सुधार लेकिन शहरी क्षेत्रों में बढ़ा दवाबभारत में Demat Boom… पर क्यों 85% परिवार अभी भी मार्केट में नहीं आते?Explainer: नया डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन (DPDP) नियम क्या है इसका आपके ऊपर क्या प्रभाव पड़ने वाला है?शेख हसीना को फांसी की सजा के बाद बोला भारत: हम बांग्लादेश के लोगों के हित में खड़े हैंFD से भी ज्यादा ब्याज! पोस्ट ऑफिस की इन 5 बड़ी सेविंग स्कीम्स में निवेश कर आप बना सकते हैं तगड़ा फंडअक्टूबर में निर्यात 11.8% घटकर 34.38 अरब डॉलर रहा; व्यापार घाटा बढ़कर 41.68 अरब डॉलर पर पहुंचाटैक्स सिस्टम में होगा ऐतिहासिक बदलाव! नए इनकम टैक्स कानून के तहत ITR फॉर्म जनवरी से होंगे लागूक्या पेंशनर्स को अब DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे? सरकार ने वायरल मैसेज की बताई सच्चाई

महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था में 8 फीसदी की गिरावट

Last Updated- December 12, 2022 | 7:22 AM IST

महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष 2020-21 में 8 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। राज्य विधानसभा में शुक्रवार को पेश आर्थिक समीक्षा-2021 में यह अनुमान लगाया गया है। समीक्षा में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी का सबसे अधिक झटका उद्योग और सेवा क्षेत्रों पर पड़ा है।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार ने राज्य विधानसभा में समीक्षा पेश की। वित्त राज्यमंत्री शंभूराज देसाई ने विधान परिषद में इसे रखा।
समीक्षा में चालू वित्त वर्ष में राज्य की अर्थव्यवस्था में 8 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान लगाया गया है। चालू वित्त वर्ष में राज्य की अर्थव्यवस्था 19,62,539 करोड़ रुपये रहने का अनुमान हैं इसके अलावा उद्योग क्षेत्र में 11.3 फीसदी तथा सेवा क्षेत्र में नौ फीसदी की गिरावट का अनुमान है। समीक्षा में कहा गया है कि मॉनसून अच्छा रहने की वजह से चालू वित्त वर्ष में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों की वृद्धि दर 11.7 फीसदी रहेगी।
इसमें कहा गया है कि कृषि और संबद्ध क्षेत्रों पर महामारी का प्रभाव सबसे कम पड़ा है। समीक्षा कहती है कि सरकार ने भी कृषि क्षेत्र को कोविड-19 की वजह से लगाए गए लॉकडाउन से छूट दी थी। कृषि सामान के परिवहन एवं वितरण के विभिन्न उपायों, उपज के परिवहन एवं बिक्री के उपायों, लाइसेंसों के ऑनलाइन नवीकरण, राज्य के विभिन्न विभागों के बीच संयोजन, आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से कृषि क्षेत्र को फायदा हुआ है।
चालू वित्त वर्ष में विनिर्माण और निर्माण क्षेत्र महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। समीक्षा में 2020-21 में विनिर्माण क्षेत्र में 11.8 फीसदी तथा निर्माण क्षेत्र में 14.6 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया गया है। इससे उद्योग क्षेत्र में 11.3 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है।

First Published - March 5, 2021 | 11:43 PM IST

संबंधित पोस्ट