उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने, छोटे व मझोले उद्योगों की सहायता और नई इकाइयों की स्थापना के लिए 15,000 करोड़ रुपये का कर्ज बांटने का फैसला किया है। प्रदेश सरकार ने इस अभियान के तहत अब तक 11,000 करोड़ के कर्ज एमएसएमई क्षेत्र को बांटे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज स्वरोजगार संगम योजना के तहत एमएसएमई क्षेत्र के लिए कर्ज बांटने की शुरुआत करते हुए कहा कि कोरोना संकट के चलते हुए लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में आए हुए प्रवासी कामगारों को उनके स्थान पर ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार प्रयास कर रही है। बैंकों की मदद से लघु, सूक्ष्म, एवं मध्यम श्रेणी के उद्योगों की स्थापना के लिए और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में अभी तक 2,50,743 नई इकाइयों को 8,949 करोड़ रुपये का कर्ज वितरित किया जा चुका है। स्वरोजगार संगम योजना के तहत आज 50,743 नई इकाइयों को 2,447 करोड़ रुपये का कर्ज वितरित किया जा रहा है। स्वरोजगार संगम योजना की शुरुआत इसी साल मई में लॉकडाउन के दौरान की गई थी और तब से अब तक तीन बार शिविर लगाकर एमएसएमई क्षेत्र के लिए कर्ज बांटे जा चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने आज इस योजना के तीसरे चरण की शुरुआत करते हुए कहा कि इस समय कोरोना से पूरी दुनिया जूझ रही है और बड़े पैमाने पर आर्थिक गतिविधियां प्रभावित हुई हैं। अर्थव्यवस्था को संजीवनी देने के लिए प्रधानमंत्री की ओर से आर्थिक पैकेज दिया गया है। इसी के तहत उत्तर प्रदेश सरकार स्वरोजगार संगम अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना ने अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है, लेकिन अब हम आर्थिक गतिविधियों आगे बढ़ा रहे हैं।
