एक बड़े नीतिगत फैसले के तहत उत्तराखंड में उच्चस्तरीय समिति ने सोमवार को 100 औद्योगिक प्रस्तावों को मंजूरी दे दी।
इनमें टाटा मोटर्स, एचयूएल और स्टरलाइट के प्रस्ताव शामिल हैं। समिति ने मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान इन प्रस्तावों को हरी झंडी दिखाई।
इस भी कंपनियों को हाल में तैयार हुई जमीन आवंटन नीति के तहत हरिद्धार, पंतनगर, कोटद्वार और सेलाकी औद्योगिक क्षेत्र में जमीन दी गई है।
सिडकुल द्वारा विकसित की जा रहे हरिद्धार एकीकृत औद्योगिक एस्टेट के लिए जमीन की मांग सबसे अधिक थी। यहां 80 से अधिक कंपनियों ने जमीन के लिए आवेदन किया था। हरिद्वार में करीब 67 छोटी और मझोली कंपनियों को जमीन का आवंटन किया गया है।
जमीन आवंटन के लिए कंपनियों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया था। पहली श्रेणी के तहत छोटे और मझोले उद्योगों को शामिल किया गया था और 25 प्रतिशत जमीन इनके लिए आरक्षित रखी गई थी। दूसरी श्रेणी के तहत 6 कंपनियों को 2-2 एकड़ जमीन का आवंटन किया गया है।
तीसरी श्रेणी एचयूएल, आईटीसी और स्टरलाइट जैसी बड़ी कंपनियों की थी। इस श्रेणी में हिंदुस्तान लीवर लिमिटेड शीर्ष पर है। इसे हरिद्वार में विस्तार के लिए 15 एकड़ जमीन का आवंटन किया गया है। कंपनी ने 500 करोड़ रुपये की विस्तार योजना बनाई है।
आईटीसी को हरिद्वार में 9 एकड़ जमीन मिली है और वह 260 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसी तरह स्टरलाइट को हरिद्वार में 4 एकड़ जमीन का आवंटन किया गया है।
इसके अलावा पंतनगर के लिए 18 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। इसमें टाटा मोटर्र्स प्रमुख है, जिसे नैनो के लिए जमीन दी गई है।