आज के समय में हर कोई सेविंग करना चाहते है लेकिन सही जानकारी नहीं होने के डर से कई लोग पीछे हट जाते है और अपने पैसे को सीधा FD में लगा देते हैं। यह स्वाभाविक है कि हम सब अपनी कमाई का कुछ हिस्सा निवेश करने की योजना बनाते है लेकिन जोखिम को देखते हुए कई बार रुक जाते है। हालांकि, कई ऐसी भी योजनाएं है जिनमें जोखिम न के बराबर है और रिटर्न भी अच्छा मिल जाता है।
ऐसे निवेशकों के लिए (Public Provident Fund- PPF) एक बेहतर विकल्प हो सकता है। पीपीएफ स्किम में जोखिम नहो होने के साथ रिटर्न भी अच्छा मिल जाता है।
पीपीएफ में निवेश करने से कितना मिलता है रिटर्न ?
बता दें कि इस स्किम में पैसा लगाने पर ग्राहकों को 15 सालों तक कंपाउंड इंटरेस्ट मिलता है। मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। कम्पाउंडिंग इंटरेस्ट सेविंग्स पर मिलने वाला वह ब्याज है जिसकी कैलकुलेशन मूल पैसे और पिछली अवधि के मिली ब्याज दोनों पर की जाती है।
कौन और कितना कर सकते है निवेश ?
इस योजना में कोई देश का कोई भी नागरिक इन्वेस्मेंट कर सकता हैं। सरकार की इस योजना में आप मिनिमम 500 रुपये और अधिकतम सालाना 1.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं।
पीपीएफ में निवेश कैसे शुरू करें
पीपीएफ फंड में पैसे डालने के लिए सबसे पहले पीपीएफ अकाउंट खोलना होता है। इस स्किम की पेशकश ज्यादातर डाकघरों या बैंकों में की जाती है। पीपीएफ में निवेश करने के इच्छुक लोग पीपीएफ खाता ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन भी खोल सकते हैं। कोई व्यक्ति अपनी पसंद के बैंक के पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन पीपीएफ खाता खोल सकता है। पीपीएफ खाता खोलने के लिए सबसे पहले बैंक में सेविंग्स अकाउंट होना चाहिए।
रिटर्न का उदाहरण
उदाहरण के तौर पर अगर आप हर महीने पीपीएफ में 2000 रुपये का निवेश करेंगे, तो आपको सालभर यानी एक साल का टोटल निवेश 24,000 रुपये होगा। इस हिसाब से 15 सालों में आप कुल 3,60,000 रुपए का निवेश करेंगे और 7.1 फीसदी के कंपाउंडिंग ब्याज के हिसाब से 2,90,913 रुपए मिलेंग।।इस तरह मैच्योरिटी के समय कुल 6,50,913 रुपए मिलेंगे।