Personal Loan Tips: पर्सनल लोन आज के दौर में सबसे ज्यादा लिए जाने वाले फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स में से एक है। लोग इसका इस्तेमाल मेडिकल इमरजेंसी से लेकर शादी, घर की मरम्मत या किसी बड़े खर्च को पूरा करने के लिए करते हैं। यह एक बिना गारंटी (कोलेटरल फ्री) वाला लोन होता है, जिसे बैंक या फाइनेंशियल कंपनियां जल्दी प्रोसेस कर देती हैं।
अगर आप पहली बार पर्सनल लोन के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इससे आपका लोन जल्द मंजूर होने की संभावना बढ़ जाती है। यहां हम ऐसे 5 जरूरी पॉइंट्स बता रहे हैं, जो पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते वक्त ध्यान में रखने चाहिए।
1. पर्सनल लोन की EMI कैलकुलेशन समझना जरूरी
अगर आपने पर्सनल लोन लिया है या लेने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले EMI यानी इक्वेटेड मंथली इंस्टॉलमेंट का सही अंदाजा लगाना बेहद जरूरी है। EMI कैलकुलेट करने से आपको यह पता चलता है कि हर महीने कितना अमाउंट आपको पे करना होगा और आपकी जेब पर उसका कितना असर पड़ेगा।
आजकल ज्यादातर बैंक और फाइनेंस कंपनियां EMI कैलकुलेटर की सुविधा ऑनलाइन देती हैं। जैसे कि HDFC Bank, Axis Bank, ICICI Bank, Bajaj Finserv, Kotak Bank जैसी बैंक अपनी वेबसाइट्स पर EMI कैलकुलेशन का आसान टूल देती हैं। इसमें आपको सिर्फ लोन अमाउंट, ब्याज दर और कितने समय के लिए लोन लेना है—यह जानकारी डालनी होती है। इसके बाद यह टूल आपकी मंथली EMI कैलकुलेट करके बता देता है। इससे आपको लोन चुकाने की पूरी प्लानिंग करने में मदद मिलती है और आप फाइनेंशियल फैसले सोच-समझकर ले सकते हैं।
2. क्रेडिट स्कोर को करें मेंटेन
आपका क्रेडिट स्कोर यह बताता है कि आपने पहले लोन या क्रेडिट कार्ड का पेमेंट कितने समय पर किया है। अगर आपका स्कोर 750 से ऊपर है, तो लोन मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है और आपको कम ब्याज दर पर भी लोन मिल सकता है।
क्रेडिट स्कोर बढ़ाने के उपाय:
3. खर्च घटाएं और समय पर भुगतान करें
अगर आपका CIBIL स्कोर कम है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप अपनी फाइनेंशियल आदतें सुधारकर स्कोर बढ़ा सकते हैं। अनावश्यक खर्चों से बचें, पुराने बकायों को समय से चुकाएं और क्रेडिट कार्ड की लिमिट का कम से कम इस्तेमाल करें। इससे धीरे-धीरे आपका स्कोर बेहतर होगा और आपकी लोन एलिजिबिलिटी भी बढ़ेगी।
4. बार-बार पर्सनल लोन के लिए अप्लाई न करें
अगर आप एक साथ कई जगह पर्सनल लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो यह आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर बुरा असर डाल सकता है। दरअसल, जब भी आप लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक या लोन देने वाली कंपनी आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करती है। इसे ‘हार्ड इंक्वायरी’ कहा जाता है।
अगर आपने एक साथ कई लोन कंपनियों के पास अप्लाई किया है, तो हर जगह से आपकी क्रेडिट रिपोर्ट चेक की जाएगी। इससे बैंक को ये लग सकता है कि आपको ‘क्रेडिट हंग्री’ यानी कर्ज की जरूरत ज्यादा है। इस वजह से आपकी एप्लिकेशन रिजेक्ट हो सकती है और इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
इसलिए, अलग-अलग जगह लोन के लिए अप्लाई करने के बजाय उसी बैंक या लोन कंपनी से लोन लेने की कोशिश करें जहां आपका पहले से खाता हो या संबंध हो। इससे लोन मंजूर होने की संभावना बढ़ जाती है और क्रेडिट स्कोर पर भी असर नहीं पड़ता।
5. Auto Debit सुविधा जरूर एक्टिव करें
अगर आप हर महीने EMI चुकाने की तारीख भूल जाते हैं, तो देश के बड़े बैंक और वित्तीय संस्थान अपने ग्राहकों को ऑटो डेबिट (Auto Debit) जैसी सुविधा देते हैं। इस सुविधा के जरिए आपकी EMI सीधे आपके बैंक अकाउंट से तय तारीख पर कट जाएगी। इससे आपको लेट फीस या EMI मिस होने का खतरा नहीं रहेगा।
ऑटो डेबिट क्यों है फायदेमंद?