facebookmetapixel
पांच साल में 479% का रिटर्न देने वाली नवरत्न कंपनी ने 10.50% डिविडेंड देने का किया ऐलान, रिकॉर्ड डेट फिक्सStock Split: 1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! इस स्मॉलकैप कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट जल्दसीतारमण ने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को लिखा पत्र, कहा: GST 2.0 से ग्राहकों और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदाAdani Group की यह कंपनी करने जा रही है स्टॉक स्प्लिट, अब पांच हिस्सों में बंट जाएगा शेयर; चेक करें डिटेलCorporate Actions Next Week: मार्केट में निवेशकों के लिए बोनस, डिविडेंड और स्प्लिट से मुनाफे का सुनहरा मौकाEV और बैटरी सेक्टर में बड़ा दांव, Hinduja ग्रुप लगाएगा ₹7,500 करोड़; मिलेगी 1,000 नौकरियांGST 2.0 लागू होने से पहले Mahindra, Renault व TATA ने गाड़ियों के दाम घटाए, जानें SUV और कारें कितनी सस्ती हुईसिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन वजहों से भी रिजेक्ट हो सकता है आपका लोनBonus Share: अगले हफ्ते मार्केट में बोनस शेयरों की बारिश, कई बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेंगी शेयरटैक्सपेयर्स ध्यान दें! ITR फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक, इन बातों का रखें ध्यान

EPS के तहत पेंशन ज्यादा होगी, लेकिन इसकी कीमत चुकानी होगी: क्या आपको चुनना चाहिए ?

केंद्र सरकार ने कर्मचारी भविष्य योजना (EPS) 1995 में संशोधन किया था। ये संशोधन 1 सितंबर, 2014 से प्रभावी हुए।

Last Updated- February 23, 2023 | 2:52 PM IST
EPFO

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के हालिया सर्कुलर के बाद आपको अपनी कंपनी के ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट (HRD) से एक ईमेल प्राप्त हो सकता है या हुआ होगा।

इसमें पूछा गया होगा कि क्या आप जॉइंट ऑप्शन स्किम का हिस्सा बनना चाहते हैं। इस बारे में फैसला लेने से पहले आइए इसके फायदे और नुकसान के बारे में जानते है ;

सबसे पहले जानते है कि वर्ष 2014 में EPS 1995 योजना में किए गए संशोधन में मुख्य बदलाव क्या किए गए थे?

केंद्र सरकार ने कर्मचारी भविष्य योजना (EPS) 1995 में संशोधन किया था। ये संशोधन 1 सितंबर, 2014 से प्रभावी हुए।

विक्टोरियम लीगलिस – एडवोकेट्स एंड सॉलिसिटर के मैनेजिंग पार्टनर आदित्य चोपड़ा ने कहा, “ईपीएस संशोधन के परिणामस्वरूप पेंशन योग्य वेतन कैप को 6,500 रुपये से 15,000 रुपये प्रति माह कर दिया गया था।”

संशोधन ने EPS के सदस्यों को कैप्ड मूल वेतन के बजाय उनके एक्चुअल वेतन के आधार पर उच्च पेंशन का विकल्प चुनने का अवसर दिया।

जॉइंट ऑप्शन स्किम क्या है?

EPS 1995 में 2014 के संशोधन द्वारा जॉइंट ऑप्शन स्किम की शुरुआत की गई है। इसमें कहा गया है कि प्रति माह 15,000 रुपये से अधिक बेसिक सैलरी पाने वाला कर्मचारी भुगतान किए गए एक्चुअल वेतन के आधार पर EPS से उच्च पेंशन के लिए आवेदन करने का हकदार है। इसलिए 15,000 रुपये की कैप अप्लाई नहीं होगी।

इस योजना को जॉइंट ऑप्शन स्किम इसलिए कहा गया है क्योंकि 2014 के संशोधन में कर्मचारियों को 15,000 रुपये के बेसिक वेतन से अधिक वेतन पर 1.16 प्रतिशत योगदान करने की आवश्यकता है।

हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने संशोधन के इस पहलू को अवैध घोषित कर दिया है और इस प्रावधान में संशोधन के लिए केंद्र को छह महीने का समय दिया है।

जॉइंट ऑप्शन स्किम के लिए कौन एलिजिबल है?

एबीए लॉ ऑफिस की प्रिंसिपल और संस्थापक नुष्का अरोड़ा ने कहा, “सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने अधिकांश कर्मचारियों के लिए उच्च पेंशन का विकल्प चुनने का द्वार खोल दिया है। निर्णय में कहा गया है कि 1 सितंबर, 2014 से पहले रिटायर होने वाले और उच्च पेंशन के लिए अपने विकल्प का प्रयोग नहीं करने वालों को छोड़कर सभी कर्मचारी, उच्च पेंशन के नए विकल्प को निर्धारित समय सीमा के भीतर निष्पादित करने के पात्र हैं।”

EPFO के 20 फरवरी 2023 के सर्कुलर के अनुसार, कर्मचारी और नियोक्ता जिन्होंने ईपीएस सदस्य रहते हुए पिछली विंडो में संयुक्त विकल्प का प्रयोग नहीं किया था या ऐसे कर्मचारी जो 1 सितंबर, 2014 से पहले सदस्य थे और पर या बाद में सदस्य बने रहे वह दिनांक संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय में जॉइंट ऑप्शन स्किम के लिए आवेदन कर सकते हैं।

कौन नहीं हो सकता है शामिल ?

अगर ईपीएफ योजना में शामिल होने के समय किसी कर्मचारी का मूल वेतन 15,000 रुपये प्रति माह से अधिक था, तो वह इस योजना में शामिल नहीं हो सकता है।

First Published - February 23, 2023 | 2:50 PM IST

संबंधित पोस्ट