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Health Coverage: महिलाएं हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर जागरूक, कवरेज में 40 फीसदी की बढ़ोतरी

पॉलिसी बाज़ार की एक रिपोर्ट के अनुसार, FY'24 में महिलाओं के बीच हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज में FY'23 की तुलना में 40% की वृद्धि हुई है।

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सुरभि ग्लोरिया सिंह   
Last Updated- March 18, 2024 | 7:08 PM IST

महिलाएं अक्सर दूसरों का ध्यान रखने में इतनी व्यस्त रहती हैं कि वे अपने स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ कर देती हैं। ऐसे में चाहे आप अकेली हों, घर पर रहने वाली मां हों, विवाहित हों या कामकाजी, अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज होना आपके लिए ज़रूरी है।

सौभाग्य से, महिलाएं अब अपने स्वास्थ्य के महत्व को समझने लगी हैं। पॉलिसी बाज़ार की एक रिपोर्ट के अनुसार, FY’24 में महिलाओं के बीच हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज में FY’23 की तुलना में 40% की वृद्धि हुई है।

क्या कहते हैं आंकड़े?

“महिला हेल्थ इंश्योरेंस रुझान: FY’23 बनाम FY’24” रिपोर्ट में महिलाओं के बीच हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर बढ़ती जागरूकता के बारे मं बताया गया है। रिपोर्ट में कुछ जरूरी बातें सामने आई हैं:

  • स्टैंडअलोन कवरेज चुनने वाली महिलाओं की संख्या में 43% की वृद्धि: FY’24 में, महिलाओं ने अपने लिए स्टैंडअलोन हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम लेने में अधिक रुचि दिखाई है।
  • 25 लाख रुपये से अधिक का कवरेज चुनने वाली महिलाओं की संख्या में 15% से 24% की वृद्धि: महिलाएं अब पहले से अधिक स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए हाई कवरेज वाली स्कीम का चयन कर रही हैं।
  • कम रकम वाली स्कीम चुनने में महिलाओं में 7% की कमी: महिलाएं अब कम कवरेज वाली स्कीम से बच रही हैं और बेहतर सुरक्षा के लिए हाई कवरेज वाली स्कीम को चुन रही हैं।
  • टियर-2 और टियर-3 शहरों से पॉलिसीधारकों में वृद्धि: टियर-2 शहरों से 10.5% और टियर-3 शहरों से 4.3% की वृद्धि हुई है। जो स्वास्थ्य सेवा अब केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है।

40 वर्ष से कम आयु वर्ग की महिलाओं की संख्या पॉलिसीधारकों में 47% से बढ़कर 52% हो गई है। यह वृद्धि सभी आयु वर्गों में समान रूप से देखी जा सकती है, जो 50 वर्ष से कम आयु वर्ग के सभी लोगों के लिए कवरेज में बढ़ोतरी दर्शाता है। हालांकि, वृद्ध आयु समूहों में कवरेज में कमी देखी गई है।

महिलाएं अब मातृत्व और गंभीर बीमारी कवरेज को भी प्राथमिकता दे रही हैं। मातृत्व बीमा और गंभीर बीमारी कवरेज में क्रमशः 31% और 20% की वृद्धि हुई है। महिलाओं द्वारा दायर क्लेम की दर में 25% की वृद्धि हुई है। फाइब्रॉएड, स्तन कैंसर और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर महिलाओं द्वारा दायर क्लेम के सबसे आम कारण हैं।

निवारक स्वास्थ्य सर्विसेज (preventive care services) को चुनने वाली महिलाओं की संख्या में 10% से 20% की वृद्धि हुई है। यह दर्शाता है कि महिलाएं अब अपनी स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर अधिक जागरूक हैं और वे सक्रिय रूप से अपनी स्वास्थ्य हेल्थकेयर को मैनेज कर रही हैं।

First Published : March 18, 2024 | 6:24 PM IST