RBI के पिछले दो सालों में रिपो रेट में वृद्धि करने के साथ ज्यादातर बैंकों ने FD पर मिलने वाली ब्याज दरों में इजाफा किया है। हालांकि, पिछले दो महीने में एफडी पर मिलने वाले इंटरस्ट रेट में वृद्धि सुस्त हुई है और कुछ बैंकों ने तो इसे घटाना भी शुरू कर दिया है।
किन बैंकों ने घटाया एफडी रेट ?
एक्सिस बैंक
प्राइवेट सेक्टर के एक्सिस बैंक ने अपनी एकल अवधि वाली एफडी पर ब्याज की पेशकश को 0.20 प्रतिशत या 20 बेसिस पॉइंट घटा दिया है। इस कटौती के बाद 7 दिन से 10 साल की अवधि वाली एफडी पर 3.5 से 7.10 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा।
वहीं, एक साल 5 दिन से लेकर 13 महीने से कम समय में मेच्योर होने वाली जमा पर अब 6.80 प्रतिशत की दर से ब्याज मिलेगा, जो पहले 7.10 प्रतिशत था। इसमें 20 बेसिस पॉइंट्स की कमी गई है। इसके अलावा 13 महीने से दो साल से कम अवधि वाली एफडी पर अब 7.10 प्रतिशत की दर से ब्याज की पेशकश की जायेगी। यह पहले 7.15 प्रतिशत थी।
पीएनबी बैंक
पीएनबी की वेबसाइट के अनुसार, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने 2 करोड़ रुपये से कम की राशि वाली एफडी पर मिलने वाली ब्याज की दर कम कर दी है। नई दरें 1 जून, 2023 से प्रभावी हैं।
बैंक ने 1 वर्ष में मेच्योर होने वाली जमा राशि पर नियमित नागरिकों के लिए ब्याज दर में 0.05 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। इसे 6.80 प्रतिशत से घटाकर 6.75 प्रतिशत कर दिया गया है।
क्या यह FD दरों में वृद्धि के दौर का अंत है?
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की बढ़ती दरों का दौर जल्द ही खत्म हो सकता है और 2000 रुपये के करेंसी नोटों को चलन से हटाना इसमें बड़ी भूमिका निभा सकता है। बैंकों ने 2000 रुपये के नोट स्वीकार करना शुरू कर दिया है जिससे जमा आधार यानी डिपॉजिट बेस को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
वहीं, कई व्यापक आर्थिक संकेतकों के अनुसार, अब ऐसा लगता है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी के मौजूदा चक्र में एफडी ब्याज दरें अपने हाईएस्ट लेवल पर हैं।
इसके उलट एक बैंक ऐसा भी है जिसने ब्याज दरों में इजाफा किया है।
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Ujjivan Small finance Bank) ने 1 जून, 2023 से अलग-अलग अवधि वाली फिक्स्ड डिपॉजिट के इंटरस्ट रेट में बदलाव किया है। संशोधित दरें प्लेटिना एफडी, घरेलू, आवर्ती जमा और एनआरई- एफडी पर लागू हैं।
उज्जीवन एसएफबी 7 दिनों से लेकर 10 साल तक की अवधि वाली एफडी पर 3.75% से 8.25% के बीच ब्याज दर प्रदान करता है।