कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के छह करोड़ सक्रिय सदस्यों के लिए ब्याज दर का फैसला केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) की 25 मार्च से शुरू होने वाली बैठक में होने की उम्मीद है। इस सामाजिक सुरक्षा संगठन ने बीते सप्ताह बोर्ड के सभी सदस्यों को पत्र भेजकर आग्रह किया है कि वे सीबीटी की 233वीं बैठक में उपस्थित हों। हालांकि इस बैठक का स्थान और एजेंडा तय नहीं हुआ है।
सूत्रों के मुताबिक वैश्विक स्तर पर ब्याज दरें बढ़ने के माहौल में ब्याज दर आठ फीसदी से नीचे जा सकती है। इस दो दिवसीय बैठक में सर्वोच्च न्यायालय के 4 नवंबर के फैसले के मद्देनजर उसे समुचित ढंग से लागू करने और अधिक पेंशन का मुद्दा उठ सकता है। इसके अलावा पेंशनधारकों को पेंशन पोर्टल में आ रही परेशानियों पर भी चर्चा हो सकती है।
केंद्रीय न्यासी बोर्ड की पिछली बैठक 31 अक्टूबर को हुई थी। इसमें आनुपातिक पेंशन के फायदों को अन्य सदस्यों तक पहुंचाने का फैसला हुआ था। इससे पहले मार्च 2022 को हुई सीबीटी की बैठक में वित्त वर्ष 2021-22 में ब्याज दर को चार दशक के निचले स्तर 8.1 फीसदी करने की सिफारिश की गई थी जबकि इस अवधि में 450 करोड़ रुपये का अधिशेष था।