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Aadhaar Security Tips: कहीं आपका आधार गलत हाथों में तो नहीं? बचाव के लिए फौरन करें ये काम

UIDAI की वेबसाइट के अनुसार, आधार से जुड़ी जानकारी की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राधिकरण की प्राथमिक जिम्मेदारी है।

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मानसी वार्ष्णेय   
Last Updated- March 21, 2025 | 2:57 PM IST

भारत में आधार कार्ड सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला पहचान पत्र बन चुका है। यह एक 12 अंकों की यूनिक आईडी होती है, जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) देश के निवासियों को जारी करता है। इससे किसी व्यक्ति की पहचान की पुष्टि आसानी से की जा सकती है।

हालांकि, आधार कार्ड में नाम, पता, जन्मतिथि, बायोमेट्रिक डाटा और हेल्थ से जुड़ी जानकारियों जैसी निजी जानकारियां दर्ज होती हैं। ऐसे में अगर ये डाटा गलत हाथों में चला जाए, तो इसका इस्तेमाल फ्रॉड और साइबर क्राइम के लिए किया जा सकता है।

आधार का गलत इस्तेमाल कैसे हो सकता है?

  • फर्जी सिम कार्ड निकलवाने में
  • नकली बैंक अकाउंट खोलने या ट्रांजैक्शन करने में
  • लोन के लिए फर्जीवाड़ा करने में
  • हेल्थ स्कीम्स या सरकारी सब्सिडी का गलत फायदा उठाने में

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UIDAI की वेबसाइट के अनुसार, आधार से जुड़ी जानकारी की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करना प्राधिकरण की प्राथमिक जिम्मेदारी है। वेबसाइट पर यह भी बताया गया है कि आधार योजना को इस तरह डिजाइन किया गया है कि व्यक्ति की निजता बनी रहे।

इसका नंबर पूरी तरह रैंडम होता है, जिससे किसी की निजी जानकारी सीधे उजागर नहीं होती। साथ ही, कई सुरक्षा फीचर्स जोड़े गए हैं ताकि लोगों की जानकारी सुरक्षित रहे और आधार का इस्तेमाल केवल सही उद्देश्यों के लिए हो।

जानिए आधार कार्ड को कैसे दुरुपयोग होने से बचाया जा सकता है

आधार बायोमेट्रिक लॉक: क्या है ये और कैसे करता है आपकी जानकारी को सुरक्षित

UIDAI आधार यूजर्स की सुरक्षा के लिए बायोमेट्रिक लॉक नाम का एक जरूरी फीचर शुरू किया। इसकी मदद से आप अपने फिंगरप्रिंट, आंखों (आईरिस) और चेहरे के डेटा को लॉक कर सकते हैं, जिससे कोई भी इसका गलत इस्तेमाल न कर सके।

अगर आपने बायोमेट्रिक्स को लॉक कर रखा है, तो आपकी मंजूरी के बिना कोई भी आपके आधार का इस्तेमाल पहचान जांच, बैंक लेन-देन या सिम कार्ड लेने जैसे कामों में नहीं कर पाएगा। इससे फर्जी आधार वेरिफिकेशन और धोखाधड़ी से बचाव होता है।

आप इस लॉक को जब चाहें, UIDAI की वेबसाइट या mAadhaar ऐप से लगा या हटाया जा सकता है। यह फीचर आपकी निजी जानकारी को सुरक्षित रखता है और आधार को एक सुरक्षित डिजिटल पहचान बनाने में मदद करता है।

आधार ओटीपी को किसी के साथ शेयर न करें, UIDAI ने दी चेतावनी

आधार ओटीपी एक आसान और सुरक्षित तरीका है जिससे आप किसी भी जगह से आधार ऑथेंटिकेशन कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल खुद करें और इसे कभी भी किसी और को न दें।

UIDAI ने लोगों से अपील की है कि वे अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबर को भी समय-समय पर चेक करें। इसके लिए आप मोबाइल से स्कैन कर यह जानकारी हासिल कर सकते हैं कि आपका आधार किस नंबर से जुड़ा है।

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पब्लिक कंप्यूटर से आधार डाउनलोड करने के बाद ये काम करना न भूलें

अगर आपने अपना ई-आधार किसी साइबर कैफे या पब्लिक कंप्यूटर से डाउनलोड किया है, तो उसका प्रिंट निकालने या पेन ड्राइव में ट्रांसफर करने के बाद डाउनलोड की गई फाइल डिलीट करना न भूलें।

UIDAI ने इस बारे में ट्वीट कर जानाकारी भी दी है कि ई-आधार सिर्फ आधिकारिक वेबसाइट से ही डाउनलोड करें। UIDAI ने लिखा, “Download your Aadhaar only from the official UIDAI portal: https://eaadhaar.uidai.gov.in/genricDownloadAadhaar… अगर आपने पब्लिक कंप्यूटर का इस्तेमाल किया है, तो डाउनलोड की गई फाइल को डिलीट करना न भूलें।”

मास्क्ड आधार से करें काम, असली है और हर जगह स्वीकार्य

अगर आप अपना आधार नंबर नहीं बताना चाहते हैं, तो आप VID (वर्चुअल आईडी) या मास्क्ड आधार का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पूरी तरह वैध है और अधिकतर जगहों पर स्वीकार भी किया जाता है।

VID या मास्क्ड आधार क्यों इस्तेमाल करें?

  • आधार नंबर छिपा रहता है
  • आपकी गोपनीयता बनी रहती है
  • पहचान के लिए मान्य विकल्प है

आधार को स्वीकार करने से पहले करें वेरीफाई

अगर कोई व्यक्ति आधार कार्ड दिखाता है, तो उसे पहचान प्रमाण के रूप में स्वीकार करने से पहले उसका वेरिफिकेशन करना जरूरी है। UIDAI ने एक पोस्ट में कहा है कि “सभी 12 अंकों की संख्याएं आधार नहीं होतीं। किसी भी पहचान के लिए आधार स्वीकार करने से पहले उसकी पुष्टि जरूर कर लें।”

लोग आधार नंबर और कैप्चा डालकर यह जांच सकते हैं कि वह आधार नंबर असली है या नहीं। यह प्रक्रिया UIDAI की वेबसाइट पर आसान तरीके से की जा सकती है।

आधार में मोबाइल नंबर अपडेट रखना क्यों है जरूरी?

UIDAI के मुताबिक, आधार से सही मोबाइल नंबर या ईमेल लिंक होना चाहिए। UIDAI का कहना है कि मोबाइल नंबर अपडेट रहना जरूरी है क्योंकि इससे OTP के जरिए कई सरकारी सेवाएं और वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी होती है।

First Published : March 21, 2025 | 1:48 PM IST