facebookmetapixel
नवंबर में भारत से आईफोन का निर्यात 2 अरब डॉलर तक पहुंचा, बना नया रिकार्डएवेरा कैब्स ने 4,000 ब्लू स्मार्ट इलेक्ट्रिक कारें अपने बेड़े में शामिल करने की बनाई योजनाGST बढ़ने के बावजूद भारत में 350 CC से अधिक की प्रीमियम मोटरसाइकल की बढ़ी बिक्रीJPMorgan 30,000 कर्मचारियों के लिए भारत में बनाएगा एशिया का सबसे बड़ा ग्लोबल कैपेसिटी सेंटरIPL Auction 2026: कैमरन ग्रीन बने सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी, KKR ने 25.20 करोड़ रुपये में खरीदानिजी खदानों से कोयला बिक्री पर 50% सीमा हटाने का प्रस्ताव, पुराने स्टॉक को मिलेगा खुला बाजारदूरदराज के हर क्षेत्र को सैटकॉम से जोड़ने का लक्ष्य, वंचित इलाकों तक पहुंचेगी सुविधा: सिंधियारिकॉर्ड निचले स्तर पर रुपया: डॉलर के मुकाबले 91 के पार फिसली भारतीय मुद्रा, निवेशक सतर्कअमेरिका से दूरी का असर: भारत से चीन को होने वाले निर्यात में जबरदस्त तेजी, नवंबर में 90% की हुई बढ़ोतरीICICI Prudential AMC IPO: 39 गुना मिला सब्सक्रिप्शन, निवेशकों ने दिखाया जबरदस्त भरोसा

कमजोर बाजार में इस माइक्रो-कैप स्टॉक में 6 दिनों में 100% से ज्यादा तेजी क्यों? जानें डिटेल

टेरा सॉफ्टवेयर के शेयरों में यह तेजी आईटीआई के साथ साझेदारी में भारतनेट फेज-3 प्रोजेक्ट के तीन पैकेजों के लिए सबसे कम बोलीदाता (L1) बनने के कारण है।

Last Updated- November 13, 2024 | 5:46 PM IST
Stock Market Today

टेरा सॉफ्टवेयर के शेयरों ने बुधवार को बीएसई पर 10% की तेजी के साथ 155.05 रुपये का नया रिकॉर्ड छू लिया। कमजोर बाजार के बावजूद, इस कंपनी के शेयरों में लगातार तीसरे दिन अपर सर्किट लगा, जिससे तीन दिन में इसमें 33% की बढ़ोतरी हुई है।

पिछले छह दिनों में इस कंपनी का शेयर 5 नवंबर 2024 के 76.72 रुपये के स्तर से 102% बढ़ा है। ट्रेडिंग वॉल्यूम में तीन गुना वृद्धि हुई है, जिसमें दोपहर 1:43 बजे तक एनएसई और बीएसई पर कुल मिलाकर 29 लाख शेयरों का लेनदेन हुआ। इसके अलावा, इन एक्सचेंजों पर करीब 60,000 शेयरों के खरीद ऑर्डर लंबित हैं। दूसरी ओर, बीएसई सेंसेक्स में 0.63% या 499 अंकों की गिरावट दर्ज की गई और यह 78,181 पर बंद हुआ।

टेरा सॉफ्टवेयर के शेयरों में यह तेजी आईटीआई के साथ साझेदारी में भारतनेट फेज-3 प्रोजेक्ट के तीन पैकेजों के लिए सबसे कम बोलीदाता (L1) बनने के कारण है। यह प्रोजेक्ट कुल 3,022 करोड़ रुपये का है। कंपनी ने एक्सचेंज को जानकारी दी कि उसने हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल और अंडमान-निकोबार में भारतनेट परियोजना के लिए यह बोली जीती है।

टेरा सॉफ्टवेयर अकेली ऐसी कंपनी है जो भारतनेट परियोजना के पहले फेज से लगातार सक्रिय है। कंपनी ने आंध्र प्रदेश में फेज-1, ओडिशा में फेज-2, और अब फेज-3 में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है।

भारतनेट परियोजना का उद्देश्य सभी ग्राम पंचायतों और गांवों को 100Mbps की गति से ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी देना है। यह प्रोजेक्ट डिजिटल भारत निधि (यूएसओएफ) के तहत फंडेड है और इसका मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाओं तक पहुंच को बढ़ावा देना है।

केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 में भारतनेट परियोजना के लिए 8,500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है, ताकि ग्रामीण इलाकों में ब्रॉडबैंड सेवाओं के लिए आवश्यक दूरसंचार ढांचा तैयार किया जा सके। कंपनी का मानना है कि इससे उनके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण और मेंटेनेंस सेवाओं के नए अवसर पैदा होंगे।

आगे बढ़ते हुए, टेरा सॉफ्टवेयर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सॉफ़्टवेयर-डिफाइन्ड एक्सपीरियंस (SDX), और साइबर सुरक्षा जैसे नए क्षेत्रों में संभावनाओं पर फोकस कर रही है। कंपनी का मानना है कि उभरती तकनीकों के साथ आगे बढ़ने के लिए नई साझेदारियों और अपने कर्मचारियों की स्किल में सुधार पर ध्यान देना जरूरी है।

कंपनी नए तकनीकी समाधान और सेवाएं विकसित करने पर भी काम कर रही है, ताकि भविष्य के लिए बेहतर तकनीकी उत्पाद पेश किए जा सकें।

First Published - November 13, 2024 | 5:46 PM IST

संबंधित पोस्ट