Platinum Industries IPO: PVC स्टेब्लाइज़र बनाने वाले कंपनी प्लैटिनम इंडस्ट्रीस के आईपीओ पर दांव लगाने का आज आखिरी मौका है।
कंपनी के आईपीओ को अभी तक निवेशकों से मजबूत रिस्पांस मिला है। बता दें कि प्लैटिनम इंडस्ट्रीज का आईपीओ 27 फरवरी को खुला था और सब्सक्राइब करनी के आज आखिरी डेट है।
प्लैटिनम इंडस्ट्रीज का आईपीओ (Platinum Industries IPO) अब तक कुल 22.19 गुना सब्सक्राइब हो चुका है। बोली प्रक्रिया के दूसरे दिन, शुक्रवार 28 को इश्यू को 96.32 लाख शेयरों की तुलना में 21.37 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। आईपीओ को अब तक रिटेल श्रेणी में 25.50 गुना, क्यूआईबी में 0.90 गुना और एनआईआई श्रेणी में 42.85 गुना सब्सक्राइब किया गया है।
प्लैटिनम इंडस्ट्रीज का आईपीओ (Platinum Industries IPO) मंगलवार, 27 फरवरी को बोली लगाने के लिए खुला और यह गुरुवार, 29 फरवरी तक सब्सक्राइब करने के लिए खुला रहेगा। प्लैटिनम आईपीओ ने सोमवार, 26 फरवरी को एंकर निवेशकों से 70.59 करोड़ रुपये जुटा लिए।
कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 162-171 रुपये प्रति शेयर तय किया है। प्लेटिनम इंडस्ट्रीज आईपीओ का लॉट साइज 87 इक्विटी शेयर है और रिटेल निवेशकों के लिए निवेश की मिनिमम राशि 14,877 रुपये है।
आईपीओ का 50 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का 35 फीसदी और रिटेल निवेशकों के लिए 15 फीसदी का हिस्सा रिजर्व है।
प्लैटिनम इंडस्ट्रीज (Platinum Industries IPO GMO) आज ग्रे मार्केट में मजबूत प्रीमियम पर कारोबार कर है। शेयर बाजार एक्सपर्ट्स के अनुसार, प्लेटिनम इंडस्ट्रीज आईपीओ आज ग्रे मार्केट प्रीमियम 95 रुपये प्रति शेयर है। इससे पता चलता है कि प्लैटिनम इंडस्ट्रीज के शेयर ग्रे मार्केट में 55.56% के प्रीमियम पर 266 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे हैं, जबकि इसका इश्यू प्राइस 171 रुपये प्रति शेयर है।
शेयरों का अलॉटमेंट 1 मार्च, 2024 को फाइनल होगा। इसके बाद शेयरों की BSE और NSE पर 5 मार्च को लिस्टिंग होगी। इश्यू का रजिस्ट्रार लिंक इनटाइम है।
Platinum Industries के प्रमोटर कृष्णा दुष्यन्त राणा और पारुल कृष्णा राणा हैं।
कंपनी केमिकल्स इंडस्ट्री में काम करती है। यह पीवीसी स्टैबलाइजर्स, सीपीवीसी एडिटिव्स और लुब्रिकेंट्स, पीवीसी फिटिंग्स, इलेक्ट्रिकल वायर्स और केबल्स, एसपीसी फ्लोर टाइल्स, रिजिड पीवीसी फोम बोर्ड्स और पैकेजिंग मैटेरियल्स बनाती है। अभी घरेलू मार्केट में ऐसी कोई कंपनी लिस्टेड नहीं है, जो पीवीसी स्टैबलाइजर्स और सीपीवीस एडिटिल्स बनाती है।