Hexaware Tech IPO: प्रमुख प्राइवेट इक्विटी कंपनी कार्लाइल ग्रुप (Carlyle Group) समर्थित हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज (Hexaware Technologies) ने 9,950 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने के लिए पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) के पास आरंभिक दस्तावेज दाखिल किए हैं।
शुक्रवार को दाखिल ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, मुंबई में मुख्यालय वाली कंपनी की आरंभिक शेयर बिक्री पूरी तरह बिक्री पेशकश (OFS) है। कार्लाइल ग्रुप के तहत आने वाले प्रवर्तक सीए मैग्नम होल्डिंग्स (CA Magnum Holdings) द्वारा अपनी हिस्सेदारी बेची जाएगी।
आईटी कंपनी में सीए मैग्नम होल्डिंग्स की 95.03 प्रतिशत हिस्सेदारी है। चूंकि यह संपूर्ण निर्गम एक OFS है, इसलिए आईपीओ से प्राप्त समस्त राशि कंपनी के बजाय सीधे विक्रेता शेयरधारक को जाएगी। कंपनी ने कहा कि इसका उद्देश्य शेयर बाजारों पर इक्विटी शेयरों को सूचीबद्ध करने और बेचने वाले शेयरधारकों के लिए ओएफएस का लाभ प्राप्त करना है।
सफल होने पर, हेक्सावेयर का पहला पब्लिक इश्यू आईटी सेवाओं के क्षेत्र में देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा, जो दो दशक पहले टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के 4,700 करोड़ रुपये के आईपीओ के बाद आया है।
कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, जेपी मॉर्गन इंडिया, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया), और आईआईएफएल सिक्योरिटीज कंपनी के आईपीओ के लिए बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं। इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।
हेक्सावेयर के पिछले प्रमोटर, बैरिंग प्राइवेट इक्विटी एशिया ने 2020 में कंपनी को डीलिस्ट कर दिया। डीलिस्टिंग के लगभग एक साल बाद, कार्लाइल ग्रुप ने हेक्सावेयर में बैरिंग की हिस्सेदारी हासिल कर ली। कंपनी 4 साल बाद एक बार फिर से शेयर बाजार में वापसी करने की तैयारी में जुटी है।
(PTI के इनपुट के साथ)