शेयर बाजार की हालत सुधरने का नाम नहीं ले रही है। दो दिनों की मामूली तेजी के बाद बाजार बड़ी गिरावट पर बंद हुआ।
वैश्विक बाजारों में आई गिरावट का असर भी बुधवार भारतीय शेयर बाजार में दिखा। बिकवाली और मुनाफावसूली के बीच कारोबार की समाप्ति पर बंबई स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 513.49 अंक लुढ़क कर 10,169.90 के स्तर पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 169.75 अंक नीचे 3,065.15 के स्तर पर पहुंच गया।
बीएसई के छोटे और मझोले शेयरों पर बिकवाली का दबाव देखा गया। एफएमसीजी सूचकांक को छोड़ कर बीएसई के सभी सूचकांक गिरावट पर रहे। गिरावट पर रहने वाले शेयरों में सबसे ज्यादा 12 फीसदी टाटा स्टील के शेयरों में देखी गई। स्टरलाइट 10 फीसदी, रिलायंस कम्युनिकेशंस, आईसीआईसीआई बैंक के शेयर 8 फीसदी गिरावट पर रहे।
रुपये में गिरावट जारी
शेयर बाजारों से पूंजी निकासी की आशंका के बीच डॉलर की मांग बढ़ने से डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के निम्नतम स्तर 49.30 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा बाजार में 49.20-22 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर कारोबार शुरू किया और यह 49.30 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कच्चा तेल भी पिघला
अमेरिकी अर्थव्यवस्था के महामंदी की ओर बढ़ने से एशियाई बाजारों में कच्चे तेल का भाव 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गया। न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में दिसंबर डिलीवरी वाला लाइट स्वीट क्रूड का भाव 2.73 डॉलर घटकर 69.45 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। मंगलवार को 70.89 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था।