भारतीय शेयर बाजार इस समय सीमित दायरे में कारोबार कर रहा है। निफ्टी 22,750 के सपोर्ट और 23,450 के रेजिस्टेंस के बीच बना हुआ है। इस स्थिति को देखते हुए कोटक सिक्योरिटीज के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ डेरिवेटिव्स रिसर्च, सहज अग्रवाल ने शॉर्ट स्ट्रैंगल (Short Strangle) स्ट्रेटेजी अपनाने की सलाह दी है।
क्या है यह स्ट्रेटेजी?
इस स्ट्रेटेजी में बाजार की सीमित चाल से फायदा उठाने के लिए दोनों ओर (कॉल और पुट) के ऑप्शन बेचे जाते हैं।
इस स्ट्रेटेजी का फायदा कैसे होगा?
मौजूदा हालात में निफ्टी सीमित दायरे में ट्रेड कर रहा है। अगर यह इसी रेंज में बना रहता है, तो ऑप्शन की कीमतें धीरे-धीरे गिरेंगी, जिससे ट्रेडर को फायदा होगा। इसे थीटा डिके कहा जाता है, यानी समय के साथ ऑप्शन का मूल्य कम होना। अगर बाजार ज्यादा नहीं हिलता, तो इस रणनीति से अच्छा मुनाफा हो सकता है।
हालांकि, अगर निफ्टी तेजी से ऊपर या नीचे जाता है, तो इस रणनीति में नुकसान हो सकता है। इसलिए स्टॉप लॉस को ध्यान में रखना जरूरी है।
(डिस्क्लेमर: सहज अग्रवाल, कोटक सिक्योरिटीज में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ डेरिवेटिव्स रिसर्च हैं। यह उनके निजी विचार हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।)