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वृद्घि को रफ्तार देने से झूमा शेयर बाजार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 8:56 AM IST

बिना कोई अतिरिक्त कर के अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के प्रयासों का दलाल पथ पर निवेशकों ने जोरदार स्वागत किया। बेंचमार्क सूचकांकों में 5 फीसदी से ज्यादा की उछाल आई, वहीं बैंक निफ्टी 8.3 फीसदी तक चढ़ गया। 1999 के बाद से बजट के दिन बाजार का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पिछले 10 महीने में एक दिन में बाजार में आई यह सबसे बड़ी तेजी है। वैश्विक बाजार में तेजी से भी निवेशकों का मनोबल बढ़ा है। इससे पहले 20 जनवरी को रिकॉर्ड उच्च स्तर को छूने के बाद से बेंचमार्क सूचकांकों में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी थी।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने भी बजट को पसंद किया और करीब 1,500 करोड़ रुपये की लिवाली की।  कारोबारियों ने कहा कि वैश्विक बाजारों की तेजी के दम पर भारतीय बाजार बढ़त में खुले। कारोबार के दौरान बाजार ने बजट पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
राजकोषीय घाटे के बढऩे और बॉन्ड प्रतिफल में इजाफे को दरकिनार करते हुए सेंसेक्स 2,314 अंक चढ़कर 48,600 पर बंद हुआ। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 675 अंक चढ़कर 14,281 पर बंद हुआ।
विशेषज्ञों ने कहा कि सीतारमण ने कर बढ़ाने के बजाय संपत्तियों के मुद्रीकरण का रास्ता चुना है जिसे निवेशकों ने सराहा है। बजट से पहले लोगों को आशंका थी कि महामारी में राजस्व की कमी झेल रही सरकार करों में इजाफा कर सकती है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी मोतीलाल ओसवाल ने कहा, ‘बजट में कर बढ़ाने की आशंका को दूर किया, वहीं पूंजीगत व्यय को बढ़ावा देने के उपाय किए गए हैं। इसका निवेशकों पर अच्छा असर पड़ा है।’
वित्तीय शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी आई। इंडसइंड बैंक 15 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक 12.5 फीसदी, बजाज फिनसर्व और एसबीआई में 10-10 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। विशेषज्ञों ने कहा कि बैंकिंग शेयरों में तेजी के पीछे बैंकों के फंसे हुए कर्जों की समस्या को दूर करने के उपाय और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के प्रस्ताव को माना जा रहा है।
वित्त मंत्री ने बैंकों के फंसे कर्जों को लेने के लिए नई इकाई गठित करने का प्रस्ताव किया है। यह इकाई इन कर्जों को लेगी, उसका प्रबंधन करेगी और वैकल्पिक निवेश फंड के तौर पर उसे संभावित निवेशकों को बेच देगी।
घरेलू बैंक लंबे समय से फंसे कर्ज की समस्या से जूझ रहे हैं और महामारी के दौरान लोगों के कर्ज भगतान की क्षमता प्रभावित होने से इस समस्या के और बढऩे का खतरा बना हुआ है। सरकार ने आईडीबीआई बैंक के अलावा दो अन्य सार्वजनिक बैंकों और एक साधारण बीमा कंपनी के निजीकरण का भी प्रस्ताव किया है।
अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के मुख्य कार्याधिकारी एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘बाजार जो चाहता था, वही हुआ। बजट में कर नहीं बढ़ाकर खर्च बढ़ाने के उपाय किए गए हैं। वैश्विक बाजारों से भी घरेलू बाजार को मदद मिल रही है। आज की तेजी को शार्टकवरिंग के तौर पर भी देखा जा सकता है।’
तंबाकू उत्पादों पर कर में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया जिससे सिगरेट बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में भी तेजी आई है। निवेशकों का चिंता थी कि सरकार राजस्व में कमी की भरपाई के लिए तंबाकू उत्पादों पर कर बढ़ा सकती है। आईटीसी का शेयर 6.3 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।
पूंजीगत निवेश वाली कंपनियों के शेयरों में भी तेजी आई है। लार्सन ऐंड टुब्रो का शेयर 8.6 फीसदी और एनसीसी का शेयर 13.7 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ। जीएमआर इन्फ्रास्ट्रक्चर में 4.2 फीसदी की तेजी आई।
वित्त मंत्री ने बजट में 5.54 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय का प्रस्ताव किया है जो पिछले साल के बजट अनुमान से करीब 34.5 फीसदी ज्यादा है। नोमुरा के भारत में प्रबंध निदेशक और कंट्री हेड प्रभात अवस्थी ने कहा, ‘कम व्यापार घाटा और वैश्विक स्तर पर पर्याप्त तरलता से बॉन्ड के प्रतिफल में तेजी आई है।’
विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक बाजार में बजट का असर दिख सकता है। उसके बाद बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजे और वैश्विक संकेतों पर निर्भर करेगा।

First Published : February 1, 2021 | 11:56 PM IST