विमानन कंपनी स्पाइसजेट ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में सालाना आधार पर 20.2 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ और दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों में 458.2 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया है। दूसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा देरी से की गई है।
सेबी के नियमों के तहत सूचीबद्ध कंपनियों को तिमाही पूरी होने के बाद से 45 दिनों के भीतर शेयर बाजार को तिमाही परिणाम पेश करने होते हैं। कंपनियां वित्तीय परिणाम बताने में विलंब कर सकती हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें कारण बताना होता है।
विमान कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में 20.2 करोड़ रुपये रहा जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 299 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। किफायती विमानन कंपनी ने दावा किया है कि उसने भुगतान विवादों का हल कर लिया है और उसे ईंधन व्यय में कमी से फायदा मिला है।
अलबत्ता दूसरी तिमाही में देरी से जारी किए गए वित्तीय परिणामों में कंपनी को अपने समेकित शुद्ध घाटे में सालाना आधार पर दो प्रतिशत तक की वृद्धि दिखी है और यह बढ़कर 458.2 करोड़ रुपये हो गया था।
विमान कंपनी ने बुधवार को कहा कि उसने इस वित्त वर्ष के दौरान विमान किराये पर देने वाली आठ कंपनियों और इंजन किराये पर देने वाली चार कंपनियों के साथ लंबित बकाये के संबंध में कई विवादों को सफलतापूर्वक सुलझा लिया है, जिससे बकाया दावे 1,700 करोड़ रुपये से घटकर 1,233 करोड़ रुपये रह गए। परिणाम स्वरूप उसे 467 करोड़ रुपये का वित्तीय लाभ हुआ।
इसके अलावा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के दौरान विमानन कंपनी का ईंधन खर्च पिछले साल की तुलना में 46.9 प्रतिशत तक घटकर 415.2 करोड़ रुपये रह गया।