वोडाफोन आइडिया के शेयर में तेज बढ़ोतरी देखने को मिल रही है क्योंंकि उसका भाव घटकर चवन्नी शेयर के स्तर पर जाने से कई सटोरिया का ध्यान इस ओर गया, साथ ही खुदरा निवेशकों ने भी इस शेयर की तेजी को देखते हुए उसमें हाथ आजमाया।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, इस शेयर को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे हैं क्योंकि यह ऐसे उद्योग का शेयर है जहां अन्य कंपनियां बेहतर कर रही हैं। वायदा व विकल्प में इसकी मौजूदगी ने ट्रेडरों को अल्पावधि में शेयर की चाल पर दांव लगाने की अनुमति दी है।
विशेषज्ञों ने कहा कि शेयर का लॉट साइज 98,000 होने के कारण एफऐंडओ ट्रेडरों को पांच-दस पैसे की बढ़त पर भी खासी कमाई की उम्मीद दिखती है। जसानी ने कहा, खुदरा निवेशकों का मानना है कि शेयर अपने उच्चस्तर से 90-95 फीसदी टूटा है। वे इसमें रिकवरी से फायदा उठाने की उम्मीद कर रहे हैं और उनका मानना है कि मौजूदा स्तर से इसमें बहुत ज्यादा गिरावट नहीं हो सकती है।
इस कंपनी में गूगल की तरफ से हिस्सेदारी लेने पर विचार करने की खबर ने इसमें ट्रेडिंग बढ़ा दी है। 29 मई की रिपोर्ट के बाद कारोबारी सत्र में यह शेयर 35 फीसदी उछल गया, वहीं आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई। तब से वोडाफोन आइडिया का शेयर दोगुने से ज्यादा चढ़ा है जबकि मंगलवार को उसमें गिरावट आई। विश्लेषकों ने कहा कि खुदरा निवेशकोंं को सावधान रहना चाहिए क्योंकि कंपनी पर बहुत ज्यादा कर्ज है, ऐसे में इस तरह का दांव पलटवार कर सकता है जबतक कि निवेशक इस शेयर में सही समय पर प्रवेश या निकासी में सक्षम नहीं होते।
कंपनी की साल 2019 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी का शुद्ध कर्ज 31 मार्च, 2019 को 1.18 लाख करोड़ रुपये था।
प्रभुदास लीलाधर के सीईओ (पीएमएस) अजय बोडके ने कहा, पहले संभावना जताई जा रही थी कि कंपनी दिवालिया होने जा रही है और यह उसके मूल्यांकन में प्रतिबिंबित हुआ था। हालांकि अब बाजार यह मान रहा है कि कंपनी अपना अस्तित्व बचा सकती है, हालांकि उसकी वित्तीय स्थिति कमजोर है।
मंगलवार को कंपनी का शेयर एनएसई पर 16 फीसदी टूटकर 10 रुपये पर आ गया। विशेषज्ञों ने कहा कि निवेशकों ने इस शेयर में मुनाफावसूली की होगी। इसके एफऐंडओ में मंगलवार को पुट ऑप्शन में काफी ओपन इंटरेस्ट दिखा और यह स्ट्राइक प्राइस 5 से 9 रुपये पर था। यह बताता है कि ट्रेडर इस शेयर में और गिरावट की उम्मीद कर रहे हैं।