विश्लेषकों की चेतावनी के बावजूद स्मॉल व मिडकैप कंपनियों के शेयरों में बढ़ोतरी जारी है। कैलेंडर वर्ष 2023 में बाजार के इन दो सेगमेंट में तेज चाल को देखते हुए विश्लेषकों ने सतर्क रुख अपनाने की सलाह दी है। कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज के उप-प्रमुख संजीव प्रसाद ने ए. भौमिक व सुनीता बलदावा के साथ जून के आखिर में लिखे नोट में स्मॉल व मिडकैप की तेज चाल को लेकर चेतावनी दी थी।
उन्होंने लिखा था, स्मॉलकैप व मिडकैप शेयरों को लेकर उत्साह का हमें कोई खास कारण नहीं दिखता। हम हालांकि समझ सकते हैं कि कुछ क्षेत्रों मसलन बैंकिंग, फाइनैंशियल सर्विसेज और बीमा (छोटे प्राइवेट बैंक), स्वास्थ्य सेवा (हॉस्पिटल) और रियल एस्टेट की दोबारा रेटिंग हुई है क्योंकि हालिया तेजी व मजबूत परिदृश्य से पहले उनका मूल्यांकन उचित रहा है।
जुलाई में स्मॉलकैप में गतिविधियां जारी रही और एसऐंडपी बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 7.4 फीसदी चढ़ा जबकि एसऐंडपी बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 5.7 फीसदी का इजाफा दर्ज हुआ। इस दौरान हालांकि सेंसेक्स 2.8 फीसदी चढ़ा। मंगलवार को कारोबारी सत्र के दौरान बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 52 हफ्ते के नए उच्चस्तर 35,253.2 के स्तर को छू गया। इस कैलेंडर वर्ष में बीएसई पर अब तक स्मॉल व मिडकैप सूचकांकों में करीब 22-22 फीसदी का इजाफा हुआ है जबकि सेंसेक्स में 9 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
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इक्विनॉमिक्स रिसर्च के प्रबंध निदेशक (शोध) जी. चोकालिंगम के मुताबिक, खास तौर से स्मॉलकैप व मिडकैप की तेजी में खुदरा निवेशकों का योगदान रहा है, जिन्होंने इन शेयरों की खरीदारी अल्पावधि में अच्छे रिटर्न की उम्मीद में की। उन्होंने कहा, यह नए डीमैट खातों की संख्या में बी स्पष्ट हुआ है।
उन्होंने कहा, पिछले हफ्ते भी बीएसई प्लेटफॉर्म पर 7.20 लाख से ज्यादा नए निवेशक पंजीकृत हुए और कुल आधार 13.76 करोड़ हो गया। हमारा मानना है कि देसी बाजार में इतनी नकदी नहीं है कि वह अल्पावधि में बाजार को सहारा दे सके, अगर फंडामेंटल के स्तर पर विपरीत हालात हों या बाजार पर किसी तरह का सेंटिमेंटल असर पड़े।
निवेश रणनीति के तौर पर चोकालिंगम अल्पावधि में बाजार को लेकर सतर्क हैं और निवेशकों को उनका सुझाव है कि वह अपने पोर्टफोलियो का 30 से 50 फीसदी झुकाव लार्ज व लार्ज मिडकैप की ओर रखे।
उन्होंने कहा, मुझे रक्षात्मक क्षेत्र मसलन दवा पसंद है और हम निवेशकों को जरूरत से ज्यादा मूल्यांकन वाले स्मॉल व मिडकैप शेयरों से बाहर निकलने का सुझाव देते हैं। इस बीच, बीएसई पर स्मॉलकैप शेयरों में जय बालाजी इंडस्ट्रीज, लॉयड इंजीनियरिंग वर्क्स, थंगामाइल ज्वैलरी, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, डीसीएम श्रीराम इंडस्ट्रीज, ऐक्शन कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट, ज्योति लैब्स, टेक्समेको इन्फ्रास्ट्रक्चर ऐंड होल्डिंग्स, सनफ्लैग आयरन ऐंड स्टील कंपनी और इंजीनियर्स इंडिया में जुलाई के दौरान 38 फीसदी से लेकर 107 फीसदी तक की उछाल आई है। ऐस इक्विटी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
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अल्फानीति फिनटेक के सह-संस्थापक और निदेशक यू आर भट्ट ने कहा, सेंटिमेंट के लिहाज से हमारा मानना है कि बाजार मौजूदा स्तर पर ज्यादातर सकारात्मक चीजों को समाहित कररहा है। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनियों की आय को लेकर छोटी सी निराशा आदि से बाजारों में गिरावट आ सकती है, खास तौर से स्मॉलकैप व मिडकैप में, जहां हाल में अच्छी तेजी देखने को मिली है।
भट्ट ने चेतावनी देते हुए कहा, विदेशी संस्थागत निवेशक रुक-रुककर बिकवाली कर रहे हैं और बाजार से निकलने के लिए किसी बुरी खबर का इंतजार करते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा, गिरावट व तेजी की रफ्तार धीमी होगी।