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Gold vs Silver: सोने से आगे निकली चांदी, लेकिन एक्सपर्ट क्यों दे रहे सोने में दांव लगाने की सलाह?

2025 की कीमती धातुओं की रैली में चांदी ने किया बेहतर प्रदर्शन, लेकिन सोना अभी भी सुरक्षित निवेश और लंबी अवधि के लिए सबसे भरोसेमंद विकल्प।

Last Updated- October 03, 2025 | 8:45 AM IST
Gold vs Silver

2025 में सोना और चांदी की कीमतों में बहुत तेज बढ़त देखने को मिल रही है। इस साल चांदी ने सोने से ज्यादा रिटर्न दिया है, लेकिन ज्यादातर एक्सपर्ट का कहना है कि निवेश के लिए सोना ज्यादा सुरक्षित और बेहतर विकल्प है। आने वाले समय में सोने की कीमतों में और बढ़त की उम्मीद की जा रही है, जबकि चांदी में ज्यादा उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है।

Gold vs Silver: कीमतों में रिकॉर्ड तेजी

इस साल अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 47% बढ़कर 3,896.8 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई है। चांदी की कीमत 62% बढ़कर 48 डॉलर हो गई है। भारत में भी यही रुझान दिखा है — MCX पर सोना 54% बढ़कर ₹1,16,933 प्रति 10 ग्राम और चांदी 68.7% बढ़कर ₹1,44,888 प्रति किलो हो गई है। इसके मुकाबले शेयर बाजार में निफ्टी और सेंसेक्स ने सिर्फ 5% रिटर्न दिया है, और मिडकैप व स्मॉलकैप इंडेक्स नीचे हैं। बिटकॉइन ने भी सिर्फ 22% की बढ़त दी है।

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सोना-चांदी में तेजी के पीछे कारण

विशेषज्ञों का कहना है कि इस बढ़त की तीन बड़ी वजहें हैं —

  • दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने सोना बड़ी मात्रा में खरीदा।
  • कई देशों में राजनीतिक और आर्थिक तनाव बढ़ा।
  • टैरिफ और ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता बनी रही।

इन कारणों से निवेशकों ने सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने और चांदी को चुना। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आगे थोड़ी मुनाफावसूली या करेक्शन हो सकता है, लेकिन यह लंबी अवधि के निवेश के लिए अच्छा मौका होगा।

सोने में ज्यादा ध्यान क्यों दें

INVasset PMS के हर्षल दासानी का कहना है कि यह कमोडिटी की लंबी तेजी की शुरुआत है। उन्होंने सलाह दी कि निवेश में 60% हिस्सा सोने और 40% हिस्सा चांदी में रखें। सोना स्थिरता और आर्थिक झटकों से सुरक्षा देता है, जबकि चांदी में तेजी की संभावना ज्यादा होती है लेकिन उतार-चढ़ाव भी ज्यादा रहता है। Equinomics Research के जी. चोक्कालिंगम के मुताबिक, चांदी ज्यादा वोलाटाइल है, जबकि सोने की मांग स्थिर रहती है, इसलिए सोना निकट भविष्य में चांदी से बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।

डिजिटल गोल्ड में निवेश बेहतर

विशेषज्ञों के अनुसार, सोने में डिजिटल तरीके से निवेश करना (जैसे ETF या म्युचुअल फंड के ज़रिए) ज्यादा आसान और सुरक्षित है। फिजिकल सोना रखने में स्टोरेज, मेकिंग चार्ज और बेचने की दिक्कत होती है। चांदी को फिजिकल रूप में रखना और भी मुश्किल होता है क्योंकि यह भारी होती है और शुद्धता को लेकर जोखिम रहता है। इसलिए डिजिटल प्लेटफॉर्म बेहतर विकल्प हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि किसी भी निवेश पोर्टफोलियो में कम से कम 10% हिस्सा सोना और चांदी को देना चाहिए।

Gold vs Silver: आगे की कीमतों का अनुमान

ICICI Securities के अनुसार, डॉलर में कमजोरी और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट से सोने की कीमत 3,875 डॉलर तक जा सकती है। भारत में दिसंबर वायदा सोना अगर यह ₹115,200 के ऊपर बना रहे तो ₹117,500 तक जा सकता है। चांदी दिसंबर वायदा ₹145,500 तक जा सकती है, और ₹141,700 पर मजबूत सपोर्ट है।

SAMCO Securities के अपूर्वा शेठ ने बताया कि आने वाले समय में चांदी ₹1,35,000 से ₹1,45,000 के बीच और सोना ₹1,14,000 से ₹1,18,000 के बीच रह सकता है।

First Published - October 3, 2025 | 8:45 AM IST

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