शेयर बाजार में आ रही लगातार गिरावट की वजह से शॉर्ट सेलिंग पर पाबंदी लगाने की बात की जा रही है।
इस बारे में बाजार नियामक सेबी का कहना है कि फिलहाल इस पर पाबंदी तो नहीं लगाई जा रही है, लेकिन जरूरत पड़ी तो शॉर्ट सेलिंग पर पांबदी लगाने का विकल्प खुला हुआ है।
सेबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि हमारे पास जो विकल्प मौजूद है, उसे बंद नहीं किया जाना चाहिए। दरअसल, कुछ ब्रोकर लंबे समय से शॉर्ट सेलिंग पर कुछ समय के लिए पाबंदी की मांग करते रहे हैं, लेकिन सेबी का कहना है कि फिलहाल शॉर्ट सेलिंग पर पांबदी की जरूरत नहीं है। जानकार इस बात पर हैरान हैं कि शॉर्ट सेलिंग पर पाबंदी क्यों नहीं लग रही है।
शॉर्ट सेलिंग है क्या?
शार्ट सेलिंग के तहत निवेशक उन शेयरों की बिक्री करता है, जो उसके पास नहीं होते हैं। हालांकि बेचते समय वह खरीदार को इस बात का भरोसा दिलाता है कि वह इनकी आपूर्ति करेगा।