फेडेरल रिजर्व के 2008-10 के विकास अनुमानों में भारी कटौती किए जाने और कमजोर हाउसिंग आंकडे अाने के बाद अमेरिकी बाजारों के साथ साथ एशियाई और यूरोपीय बाजारों में भारी गिरावट का घरेलू बाजारों पर भी असर पड़ा है।
निफ्टी 2600 से नीचे जाकर बंद हुआ जबकि सेंसेक्स 8500 से नीच जाकर बंद हुआ। सारा दिन ही बाजार दबाव में रहा लेकिन आखिरी के 15 मिनटों में शार्ट कवरिंग से कुछ सुधार दिखा। लगातार सातवें सत्र में गुरुवार को बाजार कमजोरी लेकर बंद हुआ है।
सुबह सेंसेक्स 373 अंकों की भारी गिरावट के साथ 8401 अंकों पर खुला और इंडेक्स के दिग्गज शेयरों में लगातार बने बिकवाली के दबाव से बाजार सारा दिन कमजोर बना रहा। इस गिरावट में रिलायंस, भारती, डीएलएफ, आईसीआईसीआई, इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक, बीएचईएल, यूनीटेक, केयर्न, टीसीएस, एल ऐंड टी, मारुति, रिलायंस कम्यु., टाटा पावर जैसे शेयर आगे रहे।
हालांकि कारोबार खत्म होने से पहले आई खरीदारी ने बाजार को सुधरने में मदद की और सेंसेक्स दिन के 8316 के निचले स्तरों से उबर कर 8540 तक आया और कुल 323 अंकों की गिरावट के साथ 8451 अंकों पर बंद हुआ।
जबकि निफ्टी 82 अंक कमजोर होकर 2553 अंकों पर बंद हुआ। सेक्टरों में रियल्टी इंडेक्स 8.3 फीसदी फिसलकर 1679 पर आ गया जबकि कैपिटल गुड्स 4.6 फीसदी की गिरावट लेकर बंद हुआ। कुल 2561 शेयरों का कारोबार हुआ, इसमें से 1897 गिरे, 596 चढ़े और 68 में कोई बदलाव नहीं रहा।
सेंसेक्स के गिरने वाले शेयरों में डीएलएफ और रिलायंस कम्यु. 8.5-8.5 फीसदी गिरकर क्रमश: 205 और 182 रुपए पर बंद हुए। स्टरलाइट और आईसीआईसीआई बैंक 8-8 फीसदी गिरकर 201 और 320 रुपए पर बंद हुए।
इसके अलावा एचडीएफसी बैंक 7.3 फीसदी, रिलायंस इंफ्रा. और जयप्रकाश एसोसिएट्स 6.7 फीसदी गिरकर बंद हुए। रिलायंस, मारुति, टाटा मोटर्स और टाटा पावर भी साढ़े छह-छह फीसदी की गिरावट के साथ क्रमश: 1059, 483, 126 और 634 रुपए पर बंद हुए।
एचडीएफसी 5.5 फीसदी गिरा जबकि इंफोसिस और ग्रासिम 4-4 फीसदी गिरे। भारती, बीएचईएल और एल ऐंड टी भी 3-3 फीसदी कमजोर बंद हुए। चढ़ने वालों में एसीसी और एनटीपीसी 1.5 फीसदी और स्टेट बैंक 1 फीसदी तेज होकर बंद हुए।
टर्नओवर की बात करें तो रिलायंस में सबसे ज्यादा 293.80 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ। इसके बाद रिलायंस कैपिटल में 155 करोड़, स्टेट बैंक में 129.50 करोड़, एडुकॉम्प में 128.70 करोड़ और आईसीआईसीआई बैंक में 125 करोड़ का कारोबार हुआ। कारोबार की बात करें तो सबसे ज्यादा जीवीके पावर में 1.78 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ।