इंडोविंड: हवा से कमाई
कर्नाटक के चित्रदुर्गा जिले में 9 मेगावाट की विंड फार्म परियोजना की शुरुआत के बाद पिछले हफ्ते यह स्टॉक 42 फीसदी चढ़कर 56.85 से 80.30 रुपये पर पहुंच गया।
पिछले हफ्ते इसका वॉल्यूम छह गुना बढ़कर 41.33 लाख शेयर हो गया। पिछले हफ्ते दोनों एक्सचेंजों में इसका वॉल्यूम 5.59 लाख शेयर था। कंपनी ने बेंगलुरु इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी के साथ 18 मेगावाट पावर खरीद का करार किया है। इंडोविंड एनर्जी विंड फार्म विकसित कर उन्हें बेचता है। विंड असेट मैनेजमेंट, ग्रीन पावर जेनरेशन और उसकी बिक्री और टर्नकी आधार पर विंड पावर प्रोजेक्ट बनाता है।
कंपनी ने विंड पावर प्रोजेक्ट तैयार करने, हाइड्रॉलिक क्रेन की खरीद और अधिग्रहण के लिए 81.25 करोड़ रुपये पब्लिक इश्यू के जरिए जुटाए थे। फिलहाल स्टॉक बीएसई में एक साल के 2.09 रुपये के ट्रेलिंग ईपीएस पर 38.42 के पीई मल्टिपल पर कारोबार कर रहा है। कंपनी ने दिसंबर 2007 को खत्म छमाही में 3.69 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ कमाया है।
बॉश चेसिस: डीलिस्टिंग से खेल
बॉश चेसिस सिस्टम्स के शेयर पिछले हफ्ते 33 फीसदी यानी 718.50 से गिरकर 478.65 रुपये पर पहुंच गए। कंपनी के डीलिस्टिंग का प्रस्ताव वापस लेने की खबर के बाद स्टॉक में गिरावट देखी गई। कंपनी ने सेबी के नियमों के मुताबिक डीलिस्टिंग के लिए 415 रुपये का फ्लोर प्राइस तय किया था। लेकिन शेयरधारकों ने रिवर्स बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए 750 रुपये पर अपने शेयर देने का प्रस्ताव रखा था जिसे शेयर लेने वाली कंपनी और पेरेंट कंपनी रॉबर्ट बॉश ने नामंजूर कर दिया।
कंपनी की 80 फीसदी हिस्सेदारी प्रवर्तकों के पास है जबकि पब्लिक के पास 12.13 फीसदी शेयर हैं और कार्पोरेट जगत में कंपनी के 3.84 फीसदी शेयर हैं। संस्थागत निवेशकों, म्युचुअल फंड, यूटीआई के पास सितंबर 2007 के आखिर तक 4.03 फीसदी हिस्सेदारी थी।
कंपनी की बुक वैल्यू 150 रुपये है और बीएसई में 12 महीनों के 20 रुपए के ट्रेलिंग ईपीएस पर 23.93 रुपए के पीई मल्टिपल पर कारोबार कर रहा है। कंपनी ने दिसंबर 2007 को खत्म हुई तिमाही में12.01 करोड़ रुपये का शुध्द मुनाफा कमाया है जो 2006 में इसी दौरान हुए 6.27 करोड़ रुपये के शुध्द मुनाफे से 92 फीसदी ज्यादा है।