Titan Share Price: भारत में तनिष्क और तनायरा (Taneira) जैसी ब्रांड्स चलाने वाली टाटा ग्रुप की कंपनी टाइटन (Titan) के शेयरों में आज यानी सोमवार को भारी गिरावट देखने को मिली। BSE पर इसके शेयर 2:41 बजे 7.64 फीसदी फिसलकर 3265.30 रुपये पर आ गए। कंपनी ने हाल ही में वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही (Q4FY24) के लिए रिजल्ट्स जारी किए। नतीजे बेहतर न होने के कारण निवेशकों में निराशा दिखी, साथ ही साथ ब्रोकरेज ने भी रेट में कटौती कर दी।
निवेशकों की तरफ से रेट में कटौती करने के बाद कंपनी के शेयर आज BSE और NSE, दोनों पर टॉप लूजर की लिस्ट में दिखे। BSE पर इसके शेयर 3481.10 रुपये पर ओपन हुए थे, जबकि पिछले कारोबारी दिन में इसकी क्लोजिंग प्राइस 3535.40 रुपये रही थी। ज्वेलरी से लेकर घड़ी तक बेचने वाली इस कंपनी के शेयर इंट्रा डे ट्रेड के दौरान 3485 रुपये के हाई लेवल तक ही जा सके।
गौरतलब है कि टाइटन ने अपने ज्वेलरी बिजनेस की अर्निंग में ब्याज (एबिट) मार्जिन से पहले सालाना आधार पर (Y-o-Y) 0.8 फीसदी की गिरावट दर्ज की, जो कि मार्केट के अनुमान से कम है।
भले ही कंपनी का रेवेन्यू 16 फीसदी सालाना आधार पर बढ़कर 11,257 करोड़ रुपये पहुंच गया हो, लेकिन इसके मुनाफे में 7 फीसदी की गिरावट देखी गई। Q4FY24 में कंपनी का नेट मुनाफा 786 करोड़ रुपये रहा। कंपनी का एबिटा (Ebitda) 6 फीसदी बढ़कर 1,109 करोड़ रुपये हो गया। टाइटन का मार्जिन भी पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 0.9 फीसदी की गिरावट आई औऱ यह 9.9 फीसदी पर पहुंच गया। इसके अलावा, कंपनी ने प्रति शेयर 11 रुपये का डिविडेंड भी देने का ऐलान किया।
ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल एक्विटीज ने कहा, ‘भले ही हमें उम्मीद थी कि प्रतिस्पर्धात्मक तीव्रता (competitive intensity) बढ़ने से मार्जिन पर असर पड़ेगा, लेकिन मार्जिन दबाव का परिमाण उम्मीद से कहीं ज्यादा है। हमने FY2025/26E के कंसोलिडेटेड ज्वेलरी एबिट मार्जिन अनुमान को 90-110 बेसिस पॉइंड (bps) तक कम कर दिया है, EPS में 5-8 प्रतिशत की कटौती की है और फेयर वैल्यू (FV) को पहले के 3,750 रुपये से घटाकर 3,600 रुपये कर दिया है।’
फर्म ने कहा, ‘हम भारत में लैब में विकसित हीरों को अपनाने (और टाइटन की जड़ित हिस्सेदारी) और आदित्य के बिड़ला समूह के ज्वेलरी बिजनेस में एंट्री पर नजर रखेंगे।’
मैनेजमेंट ने संकेत दिया कि सोने की बढ़ती कीमतों के मौजूदा ऑउटलुक को देखते हुए, प्रतिस्पर्धी तीव्रता के साथ-साथ मार्केटिंग इन्वेस्टमेंट भी ज्यादा रहेगा, जिससे मार्जिन पर असर पड़ेगा। निकट अवधि में मार्जिन में कमजोरी को देखते हुए, विशेष रूप से FY25 की पहली छमाही में, हमने FY25E/26E PAT में फीसदी की कटौती की है और स्टॉक को ‘खरीदें’ से ‘होल्ड’ कर दिया है। संशोधित टारगेट प्राइस पहले के 4,106 रुपये से घटाकर 3,867 रुपये कर दिया है।
नुवामा ने एक नोट में कहा, वित्तीय वर्ष 2025 की पहली छमाही (H1FY25) के लिए मार्जिन नरम रहेगा।
टाइटन की मार्च तिमाही की आय उम्मीद से कम रही। राजस्व ठीक था, लेकिन सभी सेगमेंट में कम मार्जिन (ज्वेलरी में कमजोर ग्रॉस मार्जिन और अन्य सेगमेंट में ऑपरेटिंग लेवरेज की कमी) के कारण सेगमेंट के मुनाफे में ओवरऑल कमी आई।
विशेषकर कमजोर कंज्यूमर सेंटिमेंट और सोने की कीमतों में भारी महंगाई के संदर्भ में, ज्वेलरी की बिक्री में 19 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई। निकट अवधि में, सोने की कीमतों में अस्थिरता, चुनाव और कम शादी की तारीखों से ग्रोथ/मार्जिन प्रभावित होने की संभावना है। हालांकि, पूरे वर्ष के लिए टाइटन अपने आभूषण डिविजन की ग्रोथ की रफ्तार को बनाए रखने और 12-13 फीसदी के मार्जिन गाइडेंस को दोहराने का लक्ष्य रखेगा।
घड़ियां/चश्मे का प्रदर्शन अस्थिर रहा है और इसे स्थिर (steady) स्थिति तक पहुंचने से पहले बहुत अधिक काम करने की जरूरत है। मार्च तिमाही के कमजोर नतीजों और निकट अवधि की मांग के मुद्दों पर स्टॉक नकारात्मक प्रतिक्रिया दे सकता है।
सोने की महंगाई की वजह से डिमांड सेंटिमेंट को प्रभावित करने के कारण निकट अवधि के ग्रोथ का ऑउटलुक कमजोर दिखता है। हालांकि, निकट अवधि में घबराहट के बावजूद, कंपनी अपने ग्रोथ के ऑउटलुक बेहतर बना हुआ है क्योंकि नए स्टोर, आकर्षक डिजाइन और बाजार हिस्सेदारी में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
टाइटन ने FY25 के लिए ज्वैलरी एबिट मार्जिन भी 12-13 प्रतिशत बनाए रखा है। हम निकट अवधि के कंजंप्सन ट्रेंड पर नजर रखेंगे।’ हालांकि, मार्जिन पर प्रतिस्पर्धी दबाव के कारण, हमने FY25/26 के लिए अपने EPS अनुमान में 6 फीसदी/5 फीसदी की कटौती की है। 4,100 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग दी गई है।