Tata Stock: टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा टेक्नॉलजीज लिमिटेड (Tata Tech) के शेयर मंगलवार को शुरूआती कारोबार में बीएसई पर 3 फीसदी से ज्यादा चढ़ गए। कंपनी के शेयरों में यह तेजी अप्रैल-जून तिमाही 2025 के नतीजे जारी करने के बाद आई है। टाटा टेक ने सोमवार को बाजार बंद होने के बाद फाइनेंशियल रिजल्ट्स जारी किए। कंपनी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) का मुनाफा सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर 170.28 करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 162.03 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया था।
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शेयर में जारी मूवमेंट के बीच ब्रोकरेज हाउसेस ने टाटा टेक स्टॉक पर मिलीजुली राय दी है। शेयर में तेजी के बावजूद ज्यादातर ब्रोकरेज स्टॉक को नहीं खरीदने की सलाह दे रहे हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने स्टॉक पर ‘SELL’ रेटिंग दी है। ब्रोकिंग फर्म सिटी ने भी स्टॉक को बेचने की सलाह दी है। इसके अलावा जेपी मॉर्गन और Goldman Sachs भी स्टॉक को लेकर सतर्क है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने टाटा टेक (Tata Tech) पर अपनी बेचने की सलाह को बरकरार रखा है। हालांकि, ब्रोकरेज ने स्टॉक पर टारगेट प्राइस को 480 रुपये से बढ़ाकर 510 रुपये कर दिया है। इस तरह, शेयर मौजूदा भाव से करीब 30 फीसदी गिर सकता है।
ब्रोकरेज ने कहा कि कंपनी ने रेवेन्यू अनुमान से बेहतर प्रदर्शन किया है और टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस में मजबूत ग्रोथ देखने को मिल रही है। एयरोस्पेस से ग्रोथ मोमेंटम बना हुआ है और मैनेजमेंट को उम्मीद है कि Q2FY26 से रिकवरी शुरू होगी। इसमें हेल्दी ऑर्डर बुक का भी योगदान रहेगा, जो Q1 में देखने को मिली।
ICICI ने FY26 के लिए EPS अनुमान में 0.6% की बढ़ोतरी की है। FY27–28 के अनुमान को भी थोड़ा बदला गया है ताकि टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस में बनी रहने वाली ग्रोथ को ध्यान में रखा जा सके। हालांकि, ब्रोकरेज ने कुछ जोखिम भी गिनाए हैं। इसमें BMW जॉइंट वेंचर में अचानक मुनाफा बढ़ने की चुनौती और एयरोस्पेस, इंडस्ट्रियल और हेवी मशीनरी सेगमेंट में तेज़ ग्रोथ की अनिश्चितता शामिल है।
सिटी ब्रोकिंग ने टाटा टेक (Tata Tech) पर ‘SELL’ की रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 450 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। यह शेयर के मौजूदा लेवल से करीब 37% नीचे है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी की सर्विस रेवेन्यू में तिमाही आधार पर 7.6% और सालाना आधार 6.3% की गिरावट आई है। यह अनुमान के अनुरूप तो रही, लेकिन निराशाजनक थी। कमज़ोरी खास तौर पर ऑटोमोटिव सेगमेंट में देखने को मिली, जिसमें प्रमुख क्लाइंट्स भी शामिल हैं। इसके अलावा इंडस्ट्रियल और हेवी मशीनरी (IHM) वर्टिकल में भी गिरावट रही। वहीं, एयरोस्पेस एकमात्र ऐसा सेगमेंट रहा जिसने बेहतर प्रदर्शन किया।
जेपी मॉर्गन (JP Morgan) ने टाटा टेक को ‘Underweight’ रेटिंग में रखा है। साथ ही स्टॉक पर अपना टारगेट प्राइस बढ़ाकर 570 रुपये से बढ़ाकर 580 रुपये कर दिया है। हालांकि, यह अभी भी करीब 20 फीसदी नीचे है।
जेपी मॉर्गन का कहना है कि टाटा टेक के फाइनेंशियल रिजल्ट पहली तिमाही में मिलेजुले रहे। राजस्व में बढ़ोतरी हुई, लेकिन मार्जिन में कमी आई। ब्रोकरेज ने बताया कि अप्रैल और जून के बीच सौदों के पूरा होने और तेज़ी से बढ़ने की दर में सुधार हुआ है। उम्मीद है कि यह रुझान दूसरी तिमाही में भी जारी रहेगा क्योंकि ग्राहक एक ठहराव के बाद रिसर्च एवं डेवलपमेंट पर खर्च फिर से शुरू कर रहे हैं।
टाटा टेक्नॉलजीज लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) का मुनाफा सालाना आधार पर पांच प्रतिशत बढ़कर 170.28 करोड़ रुपये रहा है। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 162.03 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व 1,244.29 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 1,268.97 करोड़ रुपये था। वैश्विक उत्पाद इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवा कंपनी ने कहा कि उसका कुल खर्च सालाना आधार पर 1,072.33 करोड़ रुपये से मामूली बढ़कर 1,080.11 करोड़ रुपये हो गया।
टाटा टेक के सीईओ और प्रबंध निदेशक वॉरेन हैरिस ने कहा, ‘तिमाही की शुरुआत सतर्कता के साथ हुई, लेकिन आगे चलकर ग्राहकों का भरोसा लगातार मजबूत होता गया, जिससे उत्पाद नवाचार और डिजिटल बदलाव के प्रति दीर्घकालिक प्रतिबद्धताओं की पुष्टि हुई।’
(डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)