को-वर्किंग स्पेस एग्रिगेटर स्टाइलवर्क ने अगले दो वर्षों में सूचीबद्ध होने की योजना बनाई है। कंपनी का आईपीओ 10 करोड़ डॉलर (830 करोड़ रुपये) का होगा। इससे पहले कंपनी 3 करोड़ डॉलर के प्री-आईपीओ राउंड से पूंजी जुटाएगी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और सह-संस्थापक स्पर्श खंडेलवाल ने यह जानकारी दी।
बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ बातचीत में उन्होंने कहा, ‘प्री-आईपीओ राउंड 3 करोड़ डॉलर का होगा, जिसमें 2 करोड़ डॉलर इक्विटी और 1 करोड़ डॉलर का वेंचर शामिल होगा। यह आईपीओ 10 करोड़ डॉलर तक जा सकता है। यह हमारी वित्त वर्ष 2027-वित्त वर्ष 2028 की योजना है।’
उन्होंने आगे कहा कि इक्विटी बिक्री पर अभी निर्णय लिया जाना बाकी है, लेकिन कंपनी प्रमुख निवेशकों को लाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वित्त वर्ष 2026 में गुरुग्राम स्थित यह कंपनी प्री-सीरीज बी फंडिंग राउंड के माध्यम से 60 लाख डॉलर जुटाएगी, जिसमें से 20 लाख डॉलर वेंचर ऋण होगा और बाकी इक्विटी से जुड़ा होगा।
उन्होंने कहा, ‘जीसीसी के कारण भी मांग अधिक है और मौजूदा खपत की रफ्तार चरम पर है। भारत को-वर्किंग और मैनेज्ड ऑफिस का सबसे बड़ा बाजार बन गया है, जो अमेरिका को दूसरे स्थान पर छोड़ रहा है।’
स्टाइलवर्क ने वैश्विक रूप से ऑफिस स्पेस तलाशने वाली कंपनियों के साथ मास्टर सर्विस एग्रीमेंट के क्षेत्र में प्रवेश किया और वह उन्हें वर्किंग स्पेस के साथ साथ प्रबंधित कार्यालय (संयुक्त रूप से फ्लेक्स ऑफिस के नाम से जाना जाता है) मुहैया कराती है।
कंपनी आईपीओ लाने की भी तैयारी कर रही है। स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेस, टेबल स्पेस, इंडिक्यूब स्पेसेस, भाइव वर्कस्पेस, सिम्पलीवर्क और वीवर्क जैसे फ्लेक्स स्पेस प्रदाता भी आईपीओ लाने की या तो तैयारी कर रहे हैं या पहले ही धन जुटा चुके हैं, जो इस सेगमेंट में परिपक्वता को दर्शाता है। 2024 में ऑफिस स्पेस सॉल्युशंस का 598.93 करोड़ रुपये का आईपीओ फ्लेक्स ऑफिस खंड से भारत का पहला आईपीओ था। खबर है कि बेंगलूरु स्थित टेबल स्पेस कथित तौर पर एक बड़े आकार वाले आईपीओ की योजना बना रही है।