भारत के शेयर सूचकांक बुधवार को एक महीने के उच्चतम स्तर की ओर बढ़ गए। इसमें व्यापक तेजी का योगदान रहा। इसकी वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदें और आय में सुधार को लेकर आशावाद रहा। निफ्टी 0.71 फीसदी बढ़कर 25,323.55 पर पहुंच गया। बीएसई सेंसेक्स 0.7 फीसदी के इजाफे के साथ 82,605.43 पर टिका। यह 19 सितंबर के बाद का उनका उच्चतम स्तर है। सभी 16 प्रमुख सेक्टरों में बढ़त आई। मिड-कैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स क्रमशः 1.1 फीसदी और 0.8 फीसदी चढ़े।
दर कटौती की उम्मीदों का असर पूरे एशिया में देखने को मिला। जापान को छोड़कर एशिया-प्रशांत क्षेत्र के शेयरों का एमएससीआई का सबसे बड़ा सूचकांक संभावित दर कटौती की उम्मीद के चलते 2 फीसदी बढ़ा। मंगलवार को फेड अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने कहा था कि अमेरिकी श्रम बाजार कमजोर बना हुआ है जबकि अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में दिख रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मुद्रास्फीति का अनुमान सितंबर से तब से अपरिवर्तित बना हुआ है जब केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में 25 आधार अंक की कटौती की थी।
अमेरिका में कम ब्याज दरें भारत जैसे उभरते बाजारों को विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक बनाती हैं क्योंकि ऐसी स्थिति में डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में आमतौर पर गिरावट आती है। घरेलू आय में सुधार की संभावनाओं से भी निवेशक उत्साहित हैं।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयर 7.6 फीसदी बढ़कर एक साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए। ब्रोकरेज फर्मों ने दूसरी तिमाही में इस बैंक की मजबूत वृद्धि, स्थिर परिसंपत्ति गुणवत्ता और शुद्ध ब्याज मार्जिन में अपेक्षा से कम गिरावट की बात कही है। सरकारी बैंक की मजबूत कमाई ने पीएसयू बैंकों के सूचकांक को 1.7 फीसदी की बढ़त दिलाई।
सितंबर तिमाही में बेहतर मुनाफा दर्ज करने के बाद आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस ने 8.9 फीसदी की छलांग लगाई और यह वित्तीय कंपनियों में सबसे ज्यादा बढ़त दर्ज करने वाला शेयर रहा। सितंबर तिमाही की मजबूत आय की घोषणा के बाद परसिस्टेंट सिस्टम्स ने भी 7.2 फीसदी की बढ़त दर्ज की और आईटी शेयरों में बढ़त की अगुआई की।
अन्य शेयरों में लार्सन ऐंड टुब्रो 2.3 फीसदी उछला और निफ्टी की बढ़त में योगदान देने वाले अग्रणी तीन शेयरों में शामिल रहा। जेफरीज ने इस इन्फ्रास्ट्रक्चर दिग्गज के लिए लक्षित कीमत बढ़ा दी है। इस रुझान के उलट सायंट डीएलएम में 6 फीसदी की गिरावट आई क्योंकि इस एकीकृत इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता ने जुलाई-सितंबर तिमाही में कम राजस्व और लाभ अर्जित किया।